Khan Sir News: चर्चित खान सर ने हाल ही में सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है. उनकी मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो शेयर की जा रही है. साथ ही चर्चा भी है कि कहीं खान सर जेडीयू तो ज्वाइन नहीं करने वाले हैं? खान सर कहीं चुनाव तो नहीं लड़ने वाले हैं? इस बीच खान सर ने खुद ही जवाब भी दे दिया है. गुरुवार (24 अक्टूबर) को मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया है कि मुलाकात करने क्यों गए थे और क्या कुछ बात हुई है.


खान सर ने कहा, "कल की मीटिंग थी. स्टूडेंट्स के लिए कुछ-कुछ समस्याएं थीं. बीपीएससी पहली बार कुछ नॉर्मलाइजेशन कर रहा है तो उसी से संबंधित बात हुई है." इस सवाल पर कि एंटी पेपर लीक बिल विधानसभा में आया था और पास हुआ था. क्या यह सही कदम है? इस पर खान सर ने कहा कि बहुत बेहतर कदम है. 


एक सवाल के जवाब में खान सर ने कहा कि नीतीश कुमार से जो बात हुई और वहां जो विभाग के लोग थे, सचिव थे, उन लोगों ने सकारात्मक तरीके से बात को लिया है. एक अच्छी चीज है कि वे लोग बिल्कुल तत्पर थे कि किसी हाल में पेपर लीक ना हो. खान सर ने यह भी कहा कि डोमिसाइल नीति आदि पर भी चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि वे समय लेकर ही मिलने गए थे. 


'पेपर लीक से टूट जाता है मनोबल'


खान सर ने कहा कि पेपर लीक से बच्चों का मनोबल टूट जाता है. हम लोगों का मनोबल टूट जाता है. कि क्यों पढ़ा रहे हैं जब पेपर ही लीक होना है. उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी चीज है कि विद्यार्थियों के अंदर और उनके परिजनों के अंदर से लालच खत्म हो. कोई विद्यार्थी पेपर लीक करा रहा है या सेटिंग कर रहा तो पैसा परिजन से ही मांगता होगा. इसमें परिजन की भूमिका को नहीं नकारा जा सकता है. विद्यार्थी तो 10-15 हजार रुपया भी नहीं निकाल पाएगा तो लाखों रुपया कैसे निकाल पा रहा है?


चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं: खान सर


मुलाकात को लेकर उठ रहे सवाल पर कि क्या चुनाव लड़ेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि हम राजनीति करेंगे तो पढ़ाएंगा कौन? अगर हम सचिन तेंदुलकर से मिल लें तो क्या यह कहा जाएगा कि क्रिकेट ज्वाइन कर रहे हैं? फिल्म स्टार से मिल लेंगे तो भी कुछ नहीं कहा जाएगा. किसी राजनीतिक इंसान से मिल लेता है कोई तो कहा जाता है राजनीति ज्वाइन कर रहा है. चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. 


'पांच आईएएस के बराबर CM नीतीश कुमार'


इस सवाल पर कि नीतीश कुमार को लेकर कहा जा रहा है कि अस्वस्थ हो गए हैं. इस पर खान सर ने कहा कि पांच आईएएस के बराबर अकेले वो काम कर देंगे. एक फाइल भी टेबल पर नहीं मिलेगी. हम लोग तो शिक्षक हैं. हम लोग तो परख लेते हैं. हमको तो कहीं से कोई दिक्कत नहीं लगा. अब उम्र है तो बाल सफेद की जगह काला तो नहीं हो जाएगा.


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