हाजीपुर: आरएलएसपी का जेडीयू में विलय कराकर कर दोबारा घर वापसी करने उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों जेडीयू को बिहार में नंबर वन की पार्टी बनाने की मुहिम में जुट गए हैं. कुशवाहा की मानें तो वो पार्टी में आ गए हैं, अब वो बचे हुए नेताओं को जेडीयू में लाएंगे. एक विचारधारा वाले सभी लोगों को एक मंच पर लाना ही उनका उद्देश्य है.


जेडीयू को बनाना है नंबर वन पार्टी


दरसअल, विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा बीते दिनों बिहार के वैशाली जिले के जंदाहा पहुंचे थे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार में जेडीयू को फिर से नंबर वन की पार्टी बनाने का काम करना है. इस काम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व में पार्टी के अन्य नेता पूरी मजबूती के साथ पहले से ही लगे हुए हैं. अब मैं भी आ गया हूं.


सीएम नीतीश की नेतृत्व में बनाना है बेहतर बिहार


उन्होंने कहा कि पार्टी में अभी जो लोग आए हैं, उनका स्वागत है. वहीं, बिहार भर में जो अभी साथ नहीं आए हैं, वैसे तमाम लोगों को एक मंच पर इकट्ठा करना है. सीएम नीतीश कुमार की नेतृत्व में बेहतर से बेहतर बिहार बन पाए, हम इस काम में लगे हुए हैं. वहीं, इस दौरान जब उनसे पश्चिम बंगाल में एनडीए की सरकार बनेगी या नहीं ये पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बंगाल बारे में अलग से मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. बंगाल चुनाव में पार्टी की भूमिका पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा.


गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. लिहाजा जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बन कर रह गई. वहीं, चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी खाता भी नहीं खोल पाई. ऐसे में कुशवाहा ने अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय करा दिया और राज्यपाल कोटे से विधानसभा पार्षद बन गए. इधर, कुशवाहा के जेडीयू में वापस आने से लव-कुश की जोड़ी फिर एक बार साथ आ गयी है. ऐसे में देखना है कि बिहार की राजनीति में दोनों नेताओं के फिर एक बार साथ आने से क्या बदलाव आता है.


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