महिला ने अस्पताल पर लगाया बच्चा बदलने का आरोप, डॉक्टर ने कहा- शक हो तो करा लें DNA टेस्ट
हंगामा कर रहे अनीता के परिजनों का कहना था कि डिलीवरी के बाद उन्हें बताया गया था कि उनकी पत्नी को लड़का हुआ है. लेकिन अंदर जाने पर उन्हें लड़की दे दी गई.
बिहटा: बिहटा रेफरल अस्पताल के महिला वार्ड के प्रसव कक्ष में बीते बुधवार को बच्चा बदलने का आरोप लगाकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान करीब दो घंटे तक वार्ड में अफरातफरी रही. हंगामे की वजह से अन्य गर्भवतियों का इलाज प्रभावित हो गया. मिली जानकारी अनुसार बीते दिनों पूर्व बिहटा के कटेसर निवासी दरोगा पासवान की पत्नी अनिता देवी और अहियापुर निवासी संजय की पत्नी मुन्नी इन दो महिलाओं का दोपहर में 11 बजे बिहटा रेफरल अस्पताल में प्रसव हुआ था.
दोनों को बेटी हुई थी और प्रसव रजिस्टर में दोनों महिला द्वारा बेटी को जन्म देने की बात रेजिस्टर की गई थी. लेकिन प्रसव के प्रावधान के अनुसार एक दिन के बाद जब बर्थ रजिस्टर की रिपोर्ट दी गई तो, अनीता द्वारा बेटा जन्म देने की बात लिख दी गयी थी, जिसके बाद बुधवार को परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए अस्पताल पंहुच कर हंगामा शुरू कर दिया.
हंगामा कर रहे अनीता के परिजनों का कहना था कि डिलीवरी के बाद उन्हें बताया गया था कि उनकी पत्नी को लड़का हुआ है. लेकिन अंदर जाने पर उन्हें लड़की दे दी गई. जब एक दिन के बाद हॉस्पिटल का पर्चा मिला तो देखा तो उस पर मेल लिखा हुआ था और बाद में काटकर फीमेल लिखा गया था.
इधर, अस्तपाल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार बोले कि एएनएम द्वारा गलती से ऐसा लिखा गया था. परिजनों ने कहा कि लड़का और लड़की में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन रजिस्टर के साथ छेड़छाड़ करना अपराध है, उन्हें कानूनी दंड दिया जाए.
परिजनों का आरोप है कि पैसा लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने बच्चे को बदल दिया है. वहीं, रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि बर्थ रजिस्टर में नाम गलत होने से कन्फ्यूजन में ऐसा हुआ है. जांच की गई है, प्रसव वार्ड का जो रिकार्ड है, उसमें छेड़छाड़ नहीं की गई है. इसके बाद भी परिजन हंगामा कर रहे थे. ऐसे में उनको प्रावधान के अनुसार डीएनए टेस्ट करा लेने को कहा गया है.