पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार (5 जून) को जनता दरबार के तहत लोगों की समस्याएं सुनीं. गया से पहुंची एक महिला ने कहा कि उसकी बच्ची 16 साल की है. सब्जी लाने गई थी. एक लड़का स्कूटी पर बैठाकर ले गया और उसके साथ गलत काम किया. उसने हर जगह केस किया लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई. प्रशासन भी पैसा पर बिक जाता है. आरोपी कहता है कि मर्डर कर दिए हम तो क्या हो गया. हम सबको खरीद लिए हैं.


महिला ने नीतीश कुमार के सामने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपी के चलते हम लोगों ने घर छोड़ दिया. हम लोग परिवार और धन दोनों से कमजोर हैं. मेरी मांग है कि उसको सजा मिले. नीतीश कुमार ने महिला से पूछा कि थाने में केस नहीं किया है? इस पर महिला ने कहा कि आरोपी पैसा दे देता है. दो-दो लाख, ढाई-ढाई लाख रुपया. हम उसके आगे जीरो हैं. वह कहता है कि थाना तो मेरे हाथ में है.


डीजीपी से बोले नीतीश- एक्शन क्यों नहीं हो रहा?


महिला की बात सुनने के बाद नीतीश कुमार ने डीजीपी से बात की. नीतीश कुमार ने कहा कि एक महिला गया से आई है. टेकारी थाना के द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. उसके साथ जो कुछ भी हुआ इसको लेकर थाने में आवेदन दिया गया है. पूरी जानकारी पुलिस को दी है लेकिन एक्शन क्यों नहीं हो रहा है? देख लीजिए.


बता दें कि आज खुद अपने विभाग गृह और सामान्य प्रशासन की भी शिकायतों को सुन रहे हैं और उसका निपटारा कर रहे हैं. इसके अलावा सीएम जिन विभागों की समस्याओं को सुनेंगे उसमें राजस्व भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्य निषेध उत्पाद विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग शामिल है. जनता दरबार मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में सुबह 11 बजे से लगा है.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: ...तो 2024-25 में बिहार से हो जाएगा JDU-RJD का सफाया? जानिए उपेंद्र कुशवाहा ने ऐसा क्यों कहा