नालंदा: बिहार शरीफ सदर अस्पताल बुधवार को नालंदा थाना इलाके के एक निजी होटल के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से विद्दुपुर गांव निवासी महेंद्र यादव के 17 वर्षीय पुत्र जख्मी हो गया. जख्मी के बाद इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था, लेकन गुरुवार के दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया था. परिवार के सदस्य ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम होने के बाद जब बेटे के शव की मांग पोस्टमार्टम कर्मी से की तो उन्होंने दो हजार रुपए की मांग की.
पैसा नहीं रहने के कारण काफी देर तक परिजन हाथ जोड़कर विनती करते रहे फिर भी कर्मी का दिल नहीं पसीजा और कर्मी को 250 रुपये देने के बाद ही शव मिला.
'कर्मी ने दो हजार रुपए की मांग की'
मृतक के चाचा किशोर प्रसाद ने मीडिया कर्मी को बताया कि दो हजार रुपये की मांग की, लेकिन मेरे पास इतना पैसा नहीं था. शव लेने के लिए हमलोग पोस्टमार्टम कर्मी के सामने हाथ और पैर जोड़े. इसके बाद भी शव नहीं दिया. किसी तरह 250 रुपये का इंतजाम किए तब जाकर पोस्टमार्टम कर्मी ने शव को दिया. वहीं, पोस्टमार्टम कराने आए थाना के चौकीदार ने भी इसका खुलासा किया. चौकीदार ने बताया कि कर्मी ने दो हजार रुपए की मांग की, लेकन परिजन के पास पैसा नहीं था. परिजन काफी हाथ-पैर जोड़े लास्ट में परिजनों ने 250 रुपये दिए. इसके बाद शव मिला.
दोषी पाए जाने पर करवाई होगी- अस्पताल उपाधीक्षक
पोस्टमार्टम कर्मी रौशन कुमार और उसका भाई पोस्टमार्टम करता है. रौशन के भाई ने बताया कि पोस्टमार्टम करने की खर्चा हमलोगों का होता है. वहीं, इस मामले की जानकारी जब अस्पताल के उपाधीक्षक अशोक कुमार को फोन के माध्यम से दी गई तो इन्होंने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. पोस्टमार्टम कर्मी पर पैसा लेने की शिकायत हुई है इसकी जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर करवाई होगी.