(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Year Ender 2022: बिहार में साल 2022 की पांच बड़ी घटनाएं, सड़क से लेकर संसद तक गूंजी आवाज, एक ने तो केंद्र को हिलाया
Goodbye 2022: बिहार में पूरे साल कुछ न कुछ ऐसी घटनाएं घटी जो हमेशा याद की जाएंगी. चाहे राजनीतिक घटना हो या छात्रों से जुड़े आंदोलन हों बिहार पूरे साल सुर्खियों में बना रहा है.
पटना: साल 2022 का आखिरी महीना दिसंबर चल रहा है. नए साल में शेष छह दिन रह गए हैं. पूरे साल बिहार किसी न किसी कारण से राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में रहा. साल 2022 में कई ऐसी बड़ी घटनाएं हैं जिसने बिहार सरकार की नींद उड़ा दी थी. वहीं एक राजनीतिक घटना ऐसी रही जिसने केंद्र सरकार को हिला दिया था. इस स्टोरी में हम जिक्र करेंगे साल 2022 के उन घटनाओं पर जिसे आने वाले वक्त में भी याद रखा जाएगा.
1.अग्निपथ स्कीम को लेकर छात्रों का बवाल
बिहार में अग्निपथ स्कीम को लेकर छात्रों ने भयंकर आंदोलन किया था. सड़क से लेकर रेलवे तक को क्षतिग्रस्त कर दिया था.ये बवाल जून 2022 में देखने को मिला था. आंदोलन कर रहे छात्रों ने दर्जनों ट्रेनें फूंक दी थी. रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त कर दिए थे. इसके कारण बिहार के लिए कई ट्रेनों के रूट बंद हो गए थे. कई ट्रेनें कैंसिल हो गई तो कुछ रास्ते में ही सवारियों के साथ अटक गईं थी. चारों ओर आगजनी हो रही थी.
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अग्निपथ स्कीम को छात्र किसी भी हाल में मानना नहीं चाहते थे. इसलिए उन्होंने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया था. हालांकि आंदोलन देश के कई राज्यों में हुए, लेकिन सबसे भयावह मंजर बिहार से आया. राजनीतिक दलों से लेकर युवाओं ने सरकार की इस स्कीम को चैलेंज किया था. हर दिन नए वीडियो सामने आ रहे थे. हालांकि स्कीम रद्द नहीं हुई और छात्रों का आंदोलन धरा रह गया, लेकिन रेलवे को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था.
2.आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर बवाल
बिहार की राजधानी पटना में ये बवाल जनवरी में देखने को मिला था. हालांकि सूबे के अन्य जिलों में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया था. पटना के राजीव नगर टर्मिनल पर हजारों की तादाद में छात्रों ने मोर्चा खोल दिया था. ट्रेनें कैंसिल हो रही थी. डायवर्ट भी की जा रही थी. आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर छात्रों ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. इस दौरान छात्रों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए थे. सुबह छात्रों ने राजीव नगर ट्रमिनट को बंद कर दिया. इसके बाद शाम तक भारी हंगामा रहा. छात्रों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले तक दाग दिए गए. इस पर भी सियासी गलियारों में तहलका मच गया था.
3.बिहार में फिर से नीतीश कुमार ने बदल दी सरकार
नीतीश कुमार ने अगस्त में केंद्र को बड़ा झटका दिया था. केंद्र और बीजेपी इससे पूरी तरह हिल गए थे हालांकि ये झटका उनको दूसरी बार लगा था. नीतीश कुमार ने एनडीए से गठबंधन तोड़कर आरजेडी के साथ बिहार में महागठबंधन सरकार बना ली. इतिहास दोहराया और एक बार फिर राजनीति में भूचाल जैसी स्थिति पैदा हो गई. ताबड़तोड़ प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई. केंद्र की ओर से सभी मंत्रियों ने नीतीश कुमार पर खूब निशाना साधा. नीतीश ने आरजेडी और अन्य घटक दलों के साथ मिलकर सरकार कैबिनेट का विस्तार कर लिया.
4.सीएम नीतीश को एक व्यक्ति ने पीछे से मारा था थप्पड़
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साल 2022 में कई छोटी छोटी घटनाएं हुई, लेकिन इसे आने वाले वक्त में भी याद रखा जाएगा. नीतीश कुमार कुछ महीने पहले जनसंवाद यात्रा के तहत बख्तियारपुर पहुंचे थे, तब स्वतंत्रता सेनानी पं. शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान सुरक्षा घेरा होने के बावजूद एक युवक उनके करीब पहुंच गया था. सीएम पर पीछे से हमला करने की कोशिश की थी.उसने सीएम के पीठ पर जोरदार थप्पड़ मारे थे. इसके बाद सीएम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने युवक को हिरासत में लिया था. सीएम के साथ हुई ये घटना भी काफी सुर्खियों में रही थी.
5.बीपीएससी 67वीं पेपर लीक
मई में बीपीएससी 67वीं की पेपर लीक हुई थी. प्रश्नपत्र आरा के कॉलेज से लीक हुए थे. इसके बाद मुद्दे ने भारी बवाल मचा दिया. इस मामले में कई बड़े लोगों के लिंक मिले. कई आईएएस को भी पूछताछ के लिए तलब किया गया. पेपर कैंसिल कर दिए गए. बिहार की सियासत में भी भूचाल जैसी स्थिति बन गई थी. बिहार में शिक्षा प्रणाली पर एक बार फिर से सवाल उठाया गया. बीपीएससी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद छात्रों ने भी जमकर बवाल मचाया. आज भी उनका बवाल जारी ही है और वह अक्सर इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हैं.
इसके अलावा भी बिहार में पूरे साल कुछ न कुछ घटनाएं घटी हैं. राजनीतिक गलियारों में भी खूब हलचल रही. साल के आखिरी महीने में जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की बातें सामने आई. छपरा, सीवान और बेगूसराय में मौत का आंकड़ा 70 पार बताया गया. लालू यादव को एक ओर जमानत मिली तो आनंद मोहन को एके-47 मामले में सजा सुनाई गई. इस तरह से साल 2022 की इन घटनाओं को हमेशा याद रखा जाएगा.
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