पटना: वर्ष 2024 के आगमन में अब कुछ ही दिन शेष रह गया है. साल 2023 जाते-जाते कई यादों को छोड़ जाएगा. सियासी गलियारों में तो बयानबाजी होती है लेकिन साल 2023 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के कई ऐसे बयान हैं जो याद किए जाएंगे. विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार के बयानों से महिलाएं शर्मिंदा हुईं थीं. उन्होंने जीतन राम मांझी को भी बहुत कुछ कह दिया था. पढ़िए नीतीश कुमार के कुछ ऐसे ही बयान.
नीतीश कुमार सात नवंबर को शीतकालीन सत्र के दौरान जातीय गणना की रिपोर्ट को लेकर सदन में अपनी बात कह रहे थे. इस दौरान जनसंख्या नियंत्रण को लेकर उन्होंने आपत्तिजनक बयान दे दिया था. नीतीश ने कहा था, "पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है." उनके इस तरह के बयान के बाद जमकर बवाल हुआ था. बाद में नीतीश कुमार को माफी मांगनी पड़ी थी. सदन के अंदर भी उन्होंने माफी मांगी थी.
सदन में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर भड़क गए थे. तुम-तड़ाक जैसी भाषा का इस्तेमाल किया था. कहा था कि इसे कोई सेंस है क्या, यह मेरी मुखर्ता थी कि इसको मैंने मुख्यमंत्री बनाया. इस बयान के बाद सदन में एनडीए के नेताओं ने धरना भी दिया था. इसके साथ ही तेलंगाना की एक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान पर हमला किया था और कहा था बिहार के मुख्यमंत्री ने सदन में शर्मनाक काम किया है. उन्होंने दलित समाज से आने वाले और मुख्यमंत्री रह चुके नेता को अपमानित किया है.
मीडिया से भी बना ली नीतीश कुमार ने दूरी
मुख्यमंत्री का बयान 2023 में अजीबो-गरीब तो रहा ही इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से भी दूरी बना ली है. मीडिया पर भी वो गुस्सा करते रहे हैं. 19 अक्टूबर को मोतिहारी में राष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बीजेपी के नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा था कि हम आपको कभी नहीं छोड़ेंगे. जब इस बात की चर्चा मीडिया में हुई तो तीसरे दिन ही वह मीडियाकर्मियों पर भड़क गए थे. यहां तक कह दिया था कि आज वो पत्रकारों से आखरी बार बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि उनकी बातों को ठीक से नहीं छापा जाता है. नीतीश कुमार अक्सर यह कहते रहते हैं कि आप लोगों (मीडिया) पर कब्जा कर लिया गया है.
14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पत्रकारों ने बात करना चाहा और उन्हें आवाज दी गई कि 'सर, सर सर काहे नाराज हैं, यह सुनते ही नीतीश कुमार मीडियाकर्मियों के सामने हाथ जोड़कर झुक गए थे. इसके बाद वह कार में बैठकर चले गए थे. अभी बीते मंगलवार (12 दिसंबर) को नीतीश कुमार मोतिहारी के केसरिया पहुंचे थे. यहां कैफेटेरिया का उद्घाटन किया था लेकिन मीडिया से दूरी बनाकर रखी. कोई बयान नहीं दिया.
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