फिल्म देखकर बनना चाहता था 'रंगदार', पुलिस ने किया गिरफ्तार, जाने- क्या है पूरा मामला?
आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब श्रीराम सहनी, राजेश और अभिनंदन को पुलिस ने रिमांड पर लिया, तो उसने रंगदारी मांगने के लिए इस्तेमाल किए गए सिम को दांत से चबाकर नाले में फेंक दिया और मोबाइल सेट को भी छुपा दिया था.
सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले के चर्चित मोबाइल दुकान के मालिक साकेत कुमार चमडिया से बीते दिनों रंगदारी की मांग किए जाने के मामले का खुलासा करने के साथ ही पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार किया है. साथ ही रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल भी पुलिस बरामद कर की है. पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि वो फ़िल्म देखकर अपराध करने के लिए प्रेरित हुआ था और फिल्मी अंदाज में ही रंगदारी की मांग की थी. इस बात की जानकारी एसपी अनिल कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है.
क्या है पूरा मामला?
एसपी ने बताया कि आरोपी ने कॉल कर मोबाइल दुकानदार से बतौर रंगदारी 10 लाख रुपए की मांग की थी. इस संबंध में दुकानदार ने सीतामढ़ी थाने में एफआईआर कराई गई थी. इसके बाद मामले का खुलासा करने के लिए एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. टीम में नगर इंस्पेक्टर और तकनीकी शाखा के सदस्य शामिल थे. टीम द्वारा मामला दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर तकनीकी साक्ष्य के आधार पर जिले के पुनौरा थाना के कोल्हापुर बड़ी बाजार के रहने अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दूसरे का लगाया था सिमकार्ड
एसपी ने बताया कि जिस मोबाइल से रंगदारी की मांग की गई थी, वह पुनौरा के श्रीराम सहनी की है. उसने अपना मोबाइल ठीक करने के लिए ग्रामीण दुकानदार राजेश कुमार को दिया था. इसी क्रम में उसके मोबाइल का सिम उक्त दुकान के ही आसपास कहीं गिर गया था. दुकानदार राजेश कुमार के यहां अभिनंदन कुमार नामक एक मिस्त्री काम करता था, जो आरोपी अभिषेक का ममेरा भाई है.
अभिनंदन के साथ अभिषेक उक्त मोबाइल दुकान पर सामान खरीदने के लिए आता जाता था. इसी क्रम में अभिषेक कुमार ने दुकानदार साकेत कुमार का नंबर अपने मोबाइल में सेव कर लिया था. ऐसे में जब उसे खोया हुआ सिम मिला तो उसने उससे कॉल कर मोबाइल दुकानदा से दस लाख रुपए रंगदारी की मांग की. रंगदारी की रकम नहीं पहुंचाने पर दुकान बंद रखने और जान से मारने की धमकी दी.
जांच के दौरान अभिषेक का करतूत उजागर
जांच के क्रम में पुलिस ने उक्त मोबाइल नंबर के वास्तविक स्वामी श्रीराम सहनी से पूछताछ की. इसी दौरान स्थानीय दुकानदार राजेश कुमार और मोबाइल मिस्त्री अभिनंदन कुमार का नाम सामने आया. पुलिस की पूछताछ और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अभिषेक कुमार को पकड़ा गया. पूछताछ के क्रम में उसने पुलिस को बताया कि जब श्रीराम सहनी, राजेश और अभिनंदन को पुलिस ने रिमांड पर लिया, तो उसने रंगदारी मांगने के लिए इस्तेमाल किए गए सिम को दांत से चबाकर नाले में फेंक दिया और मोबाइल सेट को भी छुपा दिया था. यह भी बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वह अपराध करने की सोच रहा था और सिनेमा देखने के पश्चात उसी के तर्ज पर रंगदारी की मांग की थी.
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