Assmebly Election 2023: इस वर्ष के अंत तक मध्य प्रदेश (MP assembly election), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh assembly election) और राजस्थान (Rajasthan assembly election) में विधानसभा का चुनाव होना है. मध्य प्रदेश में वर्तमान में BJP की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री है. वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़, दोनों ही राज्यों में इस समय कांग्रेस की सरकारें हैं.


राजस्थान में कांग्रेस के अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं. अशोक गहलोत और भूपेश बघेल, दोनों ही कांग्रेस आलाकमान के काफी करीबी माने जाते हैं और इसलिए BJP दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को चुनाव में हराने की पुरजोर कोशिश कर रही है, ताकि गांधी परिवार को झटका दिया जा सके.


इन सबके बीच BJP ने इन तीनों राज्यों की जमीनी राजनीतिक स्थिति को समझते हुए सैद्धांतिक तौर पर यह तय कर लिया है पार्टी राजस्थान, छत्तीसगढ़ में विपक्ष में होने के बावजूद विधानसभा चुनाव में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान नहीं करेगी. यहां तक कि जिस मध्य प्रदेश में पार्टी वर्तमान में सत्ता में है, वहां भी पार्टी अपने सीएम पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं करेगी.


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पार्टी नेताओं को भी दिए संदेश
पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर सामूहिक नेतृत्व के आधार पर चुनाव लड़ेगी और चुनाव पश्चात बहुमत मिलने पर BJP संसदीय बोर्ड संबंधित राज्यों के विधायकों के साथ विचार-विमर्श कर सीएम का नाम तय करेगा. BJP ने मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर सोमवार को अपने 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित 7 सांसदों और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तक को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं, क्योंकि BJP ने जिन केंद्रीय मंत्रियों- नरेंद्र सिंह तोमर,फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रल्हाद पटेल के अलावा पार्टी के जिन राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है, उनमें से तीन मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जाते हैं. इसके साथ ही पार्टी ने लोकसभा के जिन सांसदों - रीति पाठक, राकेश सिंह, गणेश सिंह और उदय प्रताप सिंह को विधान सभा के चुनावी मैदान में उतारा हैं, उनमें से एक BJP आलाकमान के काफी करीबी माने जाते हैं.


इन दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतार कर पार्टी ने सीएम शिवराज के साथ साथ आम वोटरों को भी संदेश दे दिया है कि उसके पास मुख्यमंत्री पद के लिए कई विकल्प है. राजस्थान में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की लगातार कोशिशों और मांग के बावजूद पार्टी ने अभी तक चुनावों में उनकी भूमिका तय नहीं की है. वसुंधरा राजे सिंधिया के विरोधी गुट के कई दिग्गज यहां तक कि केंद्रीय मंत्री भी सार्वजनिक रूप से यह कह चुके हैं कि BJP के पास मुख्यमंत्री पद के योग्य कई व्यक्ति है और मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव बाद BJP का संसदीय बोर्ड तय करेगा.


छत्तीसगढ़ में BJP आलाकमान बदलाव का फैसला काफी पहले ही कर चुका है, इसलिए रमन सिंह की बजाय अन्य नेताओं को ज्यादा आगे किया जा रहा है.