मुंबईः रेलवे ने COVID-19 लॉकडाउन और अनलॉक के बावजूद ऊर्जा और अवसंरचना क्षेत्र के लिए माल ढुलाई की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए अपनी माल गाड़ियों का परिचालन नियमित और पूरी तरह से जारी रखा है. उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए, मध्य रेल ने 23 मार्च 2020 से 19 अगस्त 2020 तक 150 दिनों में 20.13 मिलियन टन माल का सफलतापूर्वक परिवहन किया.
150 दिनों में 8025 मालगाड़ी चली, लगभग 4 लाख वैगन से माल ढुलाई
सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि, “वैगन लोड के संदर्भ में, 3,83,189 वैगन बाहर निकलते हैं, यानी 150 दिनों में 23 मार्च से 19 अगस्त तक, मध्य रेल ने 8,025 माल गाड़ियां, जिनमें कोयला, खाद्यान्न, चीनी, पेट्रोलियम उत्पाद, उर्वरक, कंटेनर, लोहा और इस्पात, सीमेंट, प्याज और अन्य सामान का परिवहन किया है. इस अवधि के दौरान औसतन 2,558 वैगन प्रतिदिन लोड किए गए हैं.”
सुतार ने साथ ही जानकारी दी, “मध्य रेल ने बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न बिजली संयंत्रों को 1,45,315 वैगन कोयले का परिवहन किया. खाद्यान्न और चीनी के 4,248 वैगनों किसानों के लाभ के लिए उर्वरकों के 17,536 वैगन और प्याज के 5,305 वैगन का परिवहन किया है. इसके साथ साथ पेट्रोलियम उत्पादों के 37,840 वैगन; लोहे और स्टील के 9,909 वैगन; सीमेंट के 25,112वैगन, 1,18,826 कंटेनर वैगन और लगभग 19,098 वैगन डी-ऑइल केक और विविध सामान का परिवहन किया है.”
लोको पायलट से लेकर गार्ड तक, सभी कर्मचारी मोर्चे पर डटे हुए
रेलवे कर्मचारी 24x7 आधार पर विभिन्न गुड्स शेड, स्टेशनों और कंट्रोल कार्यालयों में काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि माल की आपूर्ति प्रभावित न हो. लोको पायलट, गार्ड कुशलता से ट्रेनों को चला रहे हैं. ट्रैक, सिग्नलिंग, ओवरहेड उपकरण, लोकोमोटिव, कोच और वैगनों के प्रमुख रखरखाव कर्मचारी ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए बुनियादी ढांचे को बनाए हुए हैं. वे आपूर्ति श्रृंखला को बरकरार रखते हुए क्षेत्रीय स्तर पर कोरोना योद्धा हैं.
ये भी पढ़ें
दुनिया में कोरोना से अबतक 8 लाख 7 हजार मरीजों की मौत, 24 घंटे में आए 2.50 लाख नए मामले