Bilaspur News: बिलासपुर में 12वीं बोर्ड की परीक्षा के दौरान एक छात्र ने अपनी समस्याओं पर एक नोट लिखकर जमा कर दिया. छात्र ने लिखा ''मेरे मोहल्ले में दो-तीन दिनों से ध्वनि प्रदूषण हो रहा है. इसलिए पढ़ाई नहीं हो सकी. प्लीज सर पास कर दीजिएगा.'' माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 12वीं बोर्ड के गणित विषय की उत्तर पुस्तिका में एक छात्र ने नोट लिखा. इसको पढ़ कर बोर्ड का मूल्यांकन करने वाले व्याख्याता भी हंस पड़े. लेकिन छात्र की मदद करने में असमर्थ रहे.


माध्यमिक शिक्षा मंडल के हाई और हायर सेकेण्डरी स्कूल का मूल्यांकन बिलासपुर शहर के दो सेंटर गवर्नमेंट हिन्दी माध्यम सेजेस स्कूल और महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शाला को बनाया गया है. यहां करीब 600 व्याख्याता उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं. बोर्ड का मूल्यांकन विगत 25 मार्च से शुरू हुआ है. इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा दोनों सेंटरों को 15 अप्रैल तक कापियों की जांच पूरा करने का टारगेट दिया है. इसके हिसाब से मूल्यांकन चल रहा है. 


दसवीं बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन लगभग पूरा हो गया है. वहीं बारहवीं बोर्ड की कापियों की जांच भी अंतिम चरण में चल रहा है. इसलिए निर्धारित डेट लाइन तक पूरा कार्य निपट जाने की पूरी संभावना है. अधिक से अधिक एक-दो दिनों के अतिरिक्त समय में मूल्यांकन का कार्य पूरा हो जाएगा. माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा मई के प्रथम सप्ताह में बोर्ड के नतीजे जारी करने की तैयारी है.


ध्वनि प्रदूषण गंभीर मामला पर कोई ध्यान नहीं देता


ध्वनि प्रदुषण एक गंभीर मामला है. जो शहर में लगातार बढ़ रहे है. पहले प्रशासन द्वारा परीक्षा के दौरान सभी तरह के ध्वनि यंत्रों पर प्रतिबंध करने का आदेश जारी किया जाता था. साथ ही उसका कड़ाई से पालन कराया जाता था. उक्त औपचारिकता अभी भी पूरी की जाती है. लेकिन आदेश जारी करने वाले ही उसको भूल जाते हैं. इसलिए लोग धड़ल्ले से बोर्ड परीक्षा के दौरान ध्वनि यंत्रों का उपयोग कर छात्रों की पढ़ाई में खलल डालते हैं. इसके बाद भी उसको रोकने वाला कोई नहीं है.


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