2000 Rupee Currency Note: देश में रिजर्व बैंक द्वारा 2000 हजार के नोट वापस लिए जाने के फैसले के बाद राजनीति होने लगी है.  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश ने इस फैसले को लेकर केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. सीएम बघेल ने 2000 के नोट वापस लिए जाने के फैसले पर कहा है कि आरबीआई से पूछना चाहिए कि जब नोटबंदी किये थे तो प्रधानमंत्री टीवी पर आए थे, अब 2000 के नोट बंद किए गए तो प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया और जापान चले गए.


दरअसल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2000 के नोट रिजर्व बैंक द्वारा वापस मांगे जाने को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह सवाल रिजर्व बैंक से पूछना चाहिए क्यों 2000 के नोट को बंद किया गया. जिस समय नोटबंदी की गई थी उस समय प्रधानमंत्री टेलीविजन पर आए थे, अब जब 2000 का नोट बंद हुआ तो प्रधानमंत्री टेलीविजन पर नहीं आए ऑस्ट्रेलिया चले गए, जापान चले गए, विदेश यात्रा में चले गए. 19 मई को आरबीआई ने 2000 नोट वापस लेने की घोषणा की.


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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि आखिर आरबीआई ने 2000 के नोट बंद क्यों किया, शुरू क्यों किया था और बंद क्यों किया यही बता दें. सात साल में ऐसी क्या परिस्थिति आई कि बंद करना पड़ा. सीएम ने कहा कि इसका मतलब यही है कि कुछ ना कुछ मिला फाइट है. 


भूपेश बघेल ने आगे कहा, "अब चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, बीजेपी वाले गौठान में जाके गाय खोज  रहे है. गर्मी के दिन में छत्तीसगढ़ गौठान की घर मे जानवर नहीं रहते, वे खुले में घूमते रहते हैं. छत्तीसगढ़ में छुट्टा की परंपरा रही है. अब गर्मी दिन में कहां से जानवर मिलेगा. तो इसलिए केवल दुष्प्रचार करना है. तो इसलिए चावल सब को मिल रहा है. रमन सिंह अब फेक न्यूज़ चला रहे हैं, प्लास्टिक चावल ओ भी फेक न्यूज़ वो भी चला रहे है. रमन सिंह के शासन काल सबको चावल नही मिलता था हमारे शासनकाल में सबको मिल रहा है."