Chhattisgarh Police: बस्तर संभाग के 2200 पुलिस जवानों को स्वतंत्रता दिवस पर मिला उपहार, सहायक आरक्षक से बनाए गए आरक्षक
Bastar: छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों को स्वतंत्रता दिवस के दिन पदोन्नति का उपहार मिला है. संभाग के कुल 2258 जवानों को सहायक आरक्षक से डिस्ट्रिक्ट स्ट्राइक फोर्स (डीएसएफ) के समकक्ष आरक्षक बनाया गया है.
Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सल मोर्चे पर तैनात छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) के जवानों को स्वतंत्रता दिवस के दिन पदोन्नति का उपहार मिला है. संभाग के कुल 2258 जवानों को सहायक आरक्षक से डिस्ट्रिक्ट स्ट्राइक फोर्स (डीएसएफ) के समकक्ष आरक्षक बनाया गया है. इन सहायक आरक्षकों में सरेंडर नक्सली और एसपीओ से सहायक आरक्षक बने जवान भी शामिल हैं. नक्सली संगठन को छोड़ पुलिस के सामने सरेंडर करने के बाद सरकार की पुनर्वास नीति के तहत पुलिस में सहायक आरक्षक बनाया गया था अब उन्हें भी पदोन्नति कर आरक्षक बनाया गया है. सरकार के इस फैसले को लेकर जवानों में काफी खुशी देखी जा रही है. पदोन्नत हुए कुल 2258 जवानों में 2008 पुरुष और 250 महिला सहायक आरक्षक शामिल हैं. छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा आरक्षकों का चयन सूची भी जारी कर दिया गया है.
12 सालों से सहायक आरक्षक के पद पर दे रहे थे सेवा
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित जिलों में पिछले लगभग 12 सालों से क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास कार्यों में बेहतर कार्य और सराहनीय सेवा करने वाले सहायक आरक्षकों को डिस्ट्रिक्ट स्ट्राइक फोर्स (डीएसएफ) आरक्षक के समकक्ष पद पर चयन किया गया है. इन्हें सहायक आरक्षक से आरक्षक बनाया गया है. यह सभी आरक्षक बस्तर संभाग के सातों जिलों में तैनात हैं, और बस्तर संभाग के अंतर्गत अंदरूनी क्षेत्र में विकास कार्य में सुरक्षा के साथ-साथ नक्सल अभियान और अपराधों की रोकथाम और बेहतर पुलिसिंग में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. आईजी ने बताया कि सहायक आरक्षक से डिस्ट्रिक स्ट्राइक फोर्स (डीएसएफ ) आरक्षक पद के लिए विभागीय चयन प्रक्रिया के अंतर्गत बीते 18 जुलाई से 21 जुलाई तक सहायक आरक्षकों का सेवा मूल्यांकन किया गया.
सेवा मूल्यांकन में योग्य पाए गए सहायक आरक्षकों का 24 जुलाई से 4 अगस्त तक शारीरिक माप तौल और शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया. विभागीय चयन प्रक्रिया के अंतर्गत बस्तर संभाग के 7 जिलों में सहायक आरक्षकों का डिस्ट्रिक्ट स्ट्राइक फोर्स (डीएसएफ) आरक्षक पद के लिए चयन प्रक्रिया के कार्यवाही पुरी की गई और 14 अगस्त को सभी जिलों के सहायक आरक्षकों का चयन सूची जारी किया गया. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी 2258 सहायक आरक्षकों को (डीएसएफ )के समकक्ष आरक्षक के पद पर पदोन्नति करने का आदेश जारी किया गया. आईजी ने बताया कि शासन के इस फैसले के बाद सहायक आरक्षकों में भी काफी खुशी का माहौल है.
पदोन्नत करने की मांग को लेकर जवानों के परिजनों ने किया था आंदोलन
इधर लंबे समय से बस्तर में तैनात एसपीओ से सहायक आरक्षक बने जवान उन्हें पदोन्नत करने की मांग राज्य सरकार से कर रहे थे. जवानों के परिजनों ने कई बार आंदोलन भी किया साथ ही सहायक आरक्षकों ने अपनी मांग को लेकर हथियार डालो आंदोलन भी किया, और आखिरकार उनकी तैनाती के 12 सालों बाद जवानों के परिजनों के आंदोलन की मेहनत रंग लाई और अब उन जवानों को पदोन्नत किया गया है. इधर उनकी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होने पर सहायक आरक्षक और उनके परिजनों में काफी खुशी का माहौल है. पदोन्नत हुए पुलिस के जवानों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ ही पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया है.
पदोन्नत किए गए जवानो के जिलेवार आंकड़े
बस्तर पुलिस विभाग से मिले आंकड़े के मुताबिक पदोन्नत हुए 2258 जवानों में बस्तर जिले के 135, दंतेवाड़ा के 206, कांकेर के 190, बीजापुर के 1004, नारायणपुर के 199, सुकमा जिले के 445 और कोंडागांव जिले के 79 सहायक आरक्षक शामिल हैं.