Swine Flu in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में कोरोना के साथ-साथ स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया जैसे मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है. राजधानी रायपुर में स्वाइन फ्लू से चार वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. निमोनिया होने के बाद चार दिन पहले बच्ची को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्वाइन फ्लू के टेस्ट में बच्ची पॉजीटिव पाई गई. बताया जा रहा है कि मृतक बच्ची कवर्धा की रहने वाली थी. स्वाइन फ्लू के अब तक 11 मरीज छत्तीसगढ़ में एक्टिव पाए गए हैं. 


एपिडेमिक कंट्रोल सेल के हेड डॉ सुभाष मिश्रा ने बच्ची की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि बच्ची स्वाइन फ्लू से पीड़ित थी लेकिन उसे अन्य बीमारियां भी थी. मौत का कारण स्वाइन फ्लू को माना जा रहा है. उन्होंने मौसमी बीमारियों को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर दो दिन से ज्यादा सर्दी-बुखार है और आराम नहीं मिल रहा है तो लापरवाही नहीं बरतें. फौरन अस्पताल जाकर टेस्ट कराना चाहिए.


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इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज-डॉक्टर


डॉक्टरों के मुताबिक तीन दिन से ज्यादा समय तक 101 डिग्री सेल्सियस पार बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, नाक से पानी बहना या फिर नाक बंद होना, भूख में कमी, उल्टी और थकान स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं. अगर ऐसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत अस्पताल में डॉक्टर को दिखाएं. इसे बिल्कुल नजर अंदाज न करें. ये संक्रामक बीमारी बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, किडनी, फेफड़ा, दिल की बीमारियों से पीड़ितों के लिए बेहद घातक हो सकता है.


छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को चिंतित कर दिया है. त्योहारी मौसम से भी संक्रमण के और बढ़ने की आशंका है. इसलिए स्वास्थ्य विभाग जोर शोर से गांव-गांव और घर-घर टीकाकरण अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित करने का काम रहा है.


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