Surajpur News: प्रदेश संगठन के आह्वान पर सूरजपुर जिले के राशन विक्रेता संघ ने कमीशन में वृद्धि, मानदेय का प्रावधान किए जाने या शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों के हड़ताल पर चले जाने से पूरे जिले के 517 राशन दुकानों में ताले लटक जाएंगे. जिससे राशन वितरण पूरी तरह से ठप हो जाएगा और राशन कार्डधारियों को राशन नहीं मिल पाएगा. राशन विक्रेताओं के प्रमुख मांगों में ई-पास मशीन में वेबसाइट या ऐप उपलब्ध कराए जाने, खाद्यान्न में तीन प्रतिशत सुखत भंडारण किए जाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं. 


राशन विक्रेता क्यों कर रहे हड़ताल?
राशन वितरण करने वालों का कहना है कि विगत 20 वर्षों से राशन वितरण कर्ताओं के आय में कोई वृद्धि नहीं किया गया है. जिससे प्रदेश स्तरीय आह्वान पर पूरे प्रदेश में प्रथम चरण पर एक से पांच अगस्त तक जिले के सभी राशन दुकानों को बंद किया गया है. दूसरे चरण में छह अगस्त से अनिश्चितकालीन प्रदर्शन चल रहा है. उनका यह भी कहना है कि प्रदेश सरकार राशन विक्रेताओं को बस नाम मात्र के लिए कमीशन दे रही है. जिससे उन्हें आर्थिक रूप से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल से सूरजपुर जिले के 517 दुकानों में ताला लग गया है. 


गरीब हितग्राहियों को दुकानों से खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा
ऐसे में गरीब हितग्राहियों को दुकानों से खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा है. हड़ताली राशन विक्रेताओं का कहना है कि जब से प्रदेश बना है तब से उन्हें मात्र 30 पैसे के कमीशन में काम करना पड़ रहा है. प्रदेश बने 23 साल हो गए और प्रदेश में भाजपा और फिर कांग्रेस की सरकार बनी, लेकिन उनकी समस्याओं को किसी ने करीब से नहीं देखा और आज तक न तो कमीशन बढ़ पाया और न ही कुछ अन्य सुविधाएं प्रदान की गई. जिससे पूरे राशन विक्रेता आक्रोशित हैं.


सभी विक्रेताओं को दुकान न खोलने के सख्त निर्देश
उधर दूसरी ओर हड़ताली दुकान संचालकों ने सभी विक्रेताओं को दुकान न खोलने के सख्त निर्देश दिए हैं. दुकान खोलने की स्थिति में उक्त दुकानदार से सभी दुकान संचालकों का कमीशन दिए लेने की हिदायत दी है. प्रदर्शन में पूरे जिले के 517 दुकान के राशन विक्रेता संघ के पदाधिकारी, सदस्य व कार्यकर्ता शामिल हैं.


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