ABP Cvoter Survey: अध्यादेश पर CM केजरीवाल को समर्थन, लेकिन यहां AAP कर सकती है कांग्रेस का नुकसान, सर्वे में खुलासा
ABP News Survey: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. दो राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी सत्ता पर काबिज है.
ABP News Cvoter Survey: दिल्ली में अध्यादेश को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस का समर्थन मिल गया है. इस बीच सर्वे में दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है. सर्वे के मुताबिक, अगर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ती है तो इससे कांग्रेस को नुकसान होगा. तीनों राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. दोनों जगहों पर दोबारा से सत्ता में वापसी करना कांग्रेस के लिए चुनौती है तो वहीं मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार से कांग्रेस का सामना होगा. जहां तक आम आदमी पार्टी का सवाल है तो वो भी इन तीनों राज्यों में चुनावी तैयारियों को धार देना शुरू कर चुकी है.
एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान में आप के चुनाव लड़ने से नुकसान किसे होगा?
ऐसे सियासी माहौल में एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने एक त्वरित सर्वे किया. इस सर्वे में लोगों से सवाल किया गया कि अगर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ती है तो किस पार्टी को नुकसा होगा. लोगों ने हैरान करने वाले जवाब दिए.
- कांग्रेस-41 फीसदी
- बीजेपी-22 फीसदी
- दोनों-22 फीसदी
- पता नहीं-15 फीसदी
सर्वे के नतीजे बता रहे हैं कि सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होगा. वहीं बीजेपी को भी 22 फीसदी नुकसान आप के तीनों राज्यों में चुनाव लड़ने से होगा. दोनों दलों को भी आप की वजह से नुकसान उठना पड़ सकता है, ऐसा 22 फीसदी लोगों का मानना है.
सोमवार (17 जुलाई) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश पर आम आदमी पार्टीका समर्थन करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का सोमवार को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर जी जान से लड़ना चाहिए. आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के लोगों का साथ देने के लिए शुक्रिया खरगे जी. यह अध्यादेश भारत विरोधी और राष्ट्र विरोधी है तथा इससे जी जान से लड़ना होगा.’’
(सी वोटर ने त्वरित सर्वे किया है. सर्वे में 4 हजार 29 लोगों से बात की गई है. सर्वे पिछले हफ्ते किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)