Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के तारीखों की घोषणा कर दी गई है. नई सरकार के चयन के लिए जनता भी तैयार है जो अलग-अलग मुद्दों पर वोट डालेगी. किसी के लिए बेरोजगारी मुद्दा है तो किसी के लिए महंगाई. कई ऐसे मतदाता हैं जिनके लिए इस चुनाव में कानून-व्यवस्था मुद्दा है तो किसी को बुनियादी सुविधा बड़ा मुद्दा लगता है. लेकिन इन सबमें जनता के लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्या है. एबीपी ने सी वोटर के साथ अपने सर्वे में इसी सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश की. आइए जानते हैं क्या कहते हैं सर्वे के नतीजे...


छत्तीसगढ़ में मतदाताओं के सामने यूं तो कई मुद्दे हैं लेकिन उन्हें बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा नजर आता है. सर्वे में शामिल 25 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बताया जबकि उतने ही लोगों ने महंगाई को सबसे बड़ा मुद्दा बताया. सात प्रतिशत लोगों ने भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बताया. सर्वे में शामिल 10 प्रतिशत लोगों के लिए कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा था. 


जानें- आरक्षण कितना बड़ा मुद्दा
तीन फीसदी लोगों ने माना कि राज्य में बुनियादी सुविधाएं बड़ा मुद्दा हैं. आय को भी लोगों ने चुनावी मुद्दा बताया और 13 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे इस मुद्दे के आधार पर वोट डालेंगे. छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए आरक्षण बहुत  बड़ा मुद्दा नजर नहीं आया और केवल 3 प्रतिशत ही इसे चुनावी मुद्दा समझते हैं. वहीं, 14 प्रतिशत लोगों के वोट डालने का आधार अन्य मुद्दे हैं.


सबसे बड़ा मुद्दा क्या? 


बेरोजगारी-25 फीसदी
महंगाई-25 फीसदी
करप्शन-7 फीसदी
कानून व्यवस्था-10 फीसदी
बुनियादी सुविधाएं-3 फीसदी
आय-13 फीसदी
आरक्षण-3 फीसदी
अन्य-14 फीसदी


(Disclaimer: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम में चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है.  abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया है. इसमें करीब 90 हजार लोगों से बात की गई है. सर्वे 1 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.) 


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