Abujmarh News: छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ के बच्चों ने एक बार फिर अपने हुनर से देश में परचम लहराया है. नक्सलवाद के नाम से जाने जाने वाले अबूझमाड़ के दो बच्चों ने मलखम्भ में नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इन दोनों ही छात्रों की जमकर तारीफ हो रही है. इन दोनों ही खिलाड़ियों का चयन 16 और 17 अप्रैल को मुंबई के गोरेगांव में होने वाले राष्ट्रीय हैंड स्टैंड मलखान प्रतियोगिता के लिए हो गया है. दरअसल पूरे भारत से इस चयन स्पर्धा में करीब 100 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें देशभर से पांच खिलाड़ियों का ही चयन हुआ है. इन पांच खिलाड़ियों में छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के दो खिलाड़ी शामिल हैं.


दोनों खिलाड़ियों ने देश का तोड़ा रिकॉर्ड


नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में स्थित आसनार गांव के रहने वाले 11 साल के राकेश कुमार वरदा और 13 साल के राजेश कोर्राम नारायणपुर में स्थित मलखम्भ अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं. बस्तर के इन दोनों खिलाड़ियों का न सिर्फ 16-17 अप्रैल को होने वाले नेशनल लेवल के मलखम्भ प्रतियोगिता में चयन हुआ है बल्कि इन्होंने हैंड स्टैंड में 30 सेकंड का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. जानकारी के मुताबिक 30 सेकंड के हैंड स्टैंड का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के कल्पेश सूर्यकांत जाधव ने करीब 5 से 6 साल पहले बनाया था. इस अंतराल में उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ा ही नहीं गया था जबकि अबूझमाड़ के इन दोनों खिलाड़ियों ने यह कमाल कर दिखाया. 


Dhamtari Elephant Attack: धमतरी में हाथियों का आतंक, तीन दिनों में पांच लोगों की ली जान, अब ग्रामीणों को दी गई ये सलाह


तोड़ा देश का रिकॉर्ड


राजेश कोर्राम ने 38 सेकंड तो राकेश वरदा ने 65 सेकेंड तक हैंड स्टैंड किया. इधर नेशनल की स्पर्धा मुंबई के गोरेगांव में 16 और 17 अप्रैल को होनी है. जिसके बाद अधिकृत रूप से खिलाड़ियों की जीत-हार का फैसला होगा. हैंड स्टैंड में खिलाड़ी को 10 फीट ऊंचे मलखम्भ के सिरे पर दोनों हाथों के  बल पर खड़े होकर पूरे शरीर को उल्टा ऊपर की तरह सीधा खड़ा करना होता है. नारायणपुर जिले के आसनार के रहने वाले राजेश कोर्राम ने पूरे 38 सेकंड तक मलखम्भ पर हाथों के बल खड़े रहे, जबकि राकेश कुमार वरदा ने 65 सेकेंड तक अपने आप को मलखम्भ के सिरे पर स्थिर रखा. दोनों ही खिलाड़ियों ने देश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.


मुंबई में दिखाएंगे अपना जौहर


नारायणपुर के मलखम्भ अकादमी के कोच मनोज ने बताया कि मुंबई में शुरू हुई प्रतियोगिता के लिए पहले 5 से 9 अप्रैल के बीच हैंड स्टैंड का वीडियो बनाकर भेजा जाना था. इन वीडियोज के जरिए निर्णायकों ने प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों का चयन किया और अबूझमाड़ के दोनों खिलाड़ियों को तत्काल चुना गया. इधर खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन से बस्तर के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में इनकी जमकर तारीफ हो रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी है.


ये भी पढ़ें-


देश में बढ़ी Bastar कॉफी की डिमांड, अब 5 हजार एकड़ में होगी खेती, वैज्ञानिकों ने शुरू की तैयारी