Surajpur News: सूरजपुर जिले में गठित संयुक्त जांच दल ने जिले में संचालित गुड़ खांडसारी उद्योगों में दबिश देकर जांच की. जांच में सभी उद्योगों के संचालन में गड़बड़ी मिलने के साथ खाद्य सुरक्षा मानकों का भी खुला उल्लंघन पाया गया. इस दौरान जांच टीम ने कल्याणपुर में दो गुड़ उद्योग को सील करने के साथ अन्य से जवाब-तलब किया है. अचानक हुई प्रशासनिक दबिश से अवैध गुड़ खांडसारी संचालकों में हड़कंप मच गया. 


वैध दस्तावेज पेश नहीं कर पाए उद्योग संचालक
प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर सूरजपुर के निर्देश पर तहसीलदार सुशील मिश्रा, प्रबंध संचालक आकाशदीप पात्रे और खाद्य अधिकारी नितेश मिश्रा की अगुवाई में गठित जिला स्तरीय उड़नदस्ता टीम ने सूरजपुर जिले के ग्राम तुलसी, जगतपुर, पोड़ीपा और कल्याणपुर में संचालित गुड़ और खाडसारी उद्योगों में दबिश दी. उद्योग संचालन से संबंधित दस्तावेज की मांग करने पर कोई भी संचालक मौके पर वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका. साथ ही उद्योग संचालक जांच टीम के सवालों का जवाब भी गोल मोल देते नजर आए. 


दो अवैध गुड़ उद्योग किए गए सील


वहीं गुड़ निर्माण स्थल और गोदाम के निरीक्षण में भी खाद्य औषधि विभाग के मानकों का खुला उल्लंघन दिखा जिसके बाद खाद्य सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रख कल्याणपुर स्थित विनोद जायसवाल और मनोज जायसवाल के गुड़ उद्योग को सील करने की कार्रवाई की गई. इस दौरान महाप्रबंधक प्रशासन मति मिंज, मुख्य गन्ना विकास अधिकारी राजेश शर्मा, अनोज सिंह, राजेश शर्मा, मनिर अंसारी समेत जांच दल के अन्य सदस्य सक्रिय रहे.


गन्ना की कमी से समय पूर्व बन्द होगा कारखाना
इस वर्ष कारखाने के बेहतर संचालन व समय पर भुगतान से प्रबंधन को उम्मीद थी कि कारखाना सीजन समाप्ति तक पूरी क्षमता से चलेगा, मगर गन्ना आरक्षित क्षेत्र में संचालित अवैध खाड़सारी व गन्ना दलालों की सक्रियता से समय पूर्व गन्ना का आवक कम हो गया जिससे कारखाना का संचालन प्रभावित होने से कारखाना को समय पूर्व बन्द करने का निर्णय लेना पड़ा जिससे कारखाना अपने गन्ना खरीदी और पेरायी लक्ष्य से पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है.


खाद्य सुरक्षा मानकों का हो रहा था खुला उल्लंघन
निरीक्षण के दौरान जांच दल अवैध गुड़ खाडसारी उद्योग में गुड़ के निर्माण और भंडारण स्थल को देख दंग रह गया. भारी गंदगी के बीच गुड़ का निर्माण हो रहा था साथ ही मुर्गी पालन केंद्र में निर्मित गुड़ का भंडारण कर खाद्य सुरक्षा मानकों का खुला उल्लंघन किया जा रहा था. इन उद्योग में निर्मित गुड़ के सेवन से सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है. जांच दल को संचालक गुड़ विनिर्माण और विक्रय संबधी जानकारी भी प्रस्तुत नहीं कर सके. खाद अधिकारी ने  जांच के लिए गुड़ और अन्य सामग्री के नमूने जब्त किए.


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