Sukma News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले का एल्मागुंडा गांव आजादी के 75 साल बाद स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2023) के दिन पूरा गांव रोशन होगा. दरअसल इस गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची थी, लेकिन 6 महीने पहले इस गांव में सीआरपीएफ कैंप खुलने के बाद जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवानो के संयुक्त प्रयास से इस गांव में बिजली पहुंचाने का काम पूरा हुआ. स्वतंत्रता दिवस के दिन बाकायदा इस गांव के पूरे घर रोशन होंगे, जिसको लेकर ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. हालांकि इससे पहले कई बार सीएसईबी विभाग ने विद्युत पोल लगाने की कोशिश की लेकिन हमेशा नक्सली इन विद्युत पोल को नुकसान पहुंचाते थे. लेकिन पिछले 6 महीने में कड़ी सुरक्षा के बीच इस गांव तक विद्युतीकरण करने में और गांव को  रोशन करने में आखिरकार सफलता हासिल हुई.


6 महीने में पहुंचाई गई गांव में बिजली
सुकमा कलेक्टर एस. हरीश ने बताया कि एल्मागुंडा गांव जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मौजूद है. यह गांव आजादी के 75 साल बाद भी अंधेरे में डूबा हुआ था, हालांकि इससे पहले भी कई बार प्रशासन ने यहां बिजली पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन नक्सलियों के द्वारा हमेशा सीएसईबी के कर्मचारियों से मारपीट और विद्युत पोल को नुकसान पहुंचाने के कारण यहां बिजली नहीं पहुंच पा रही थी. लेकिन 6 महीने पहले ही एल्मागुंडा गांव में सीआरपीएफ कैंप खोला गया और उसके बाद पूरी सुरक्षा के बीच बिजली विभाग ने यहां विद्युत पोल लगाने का काम शुरू किया और बिजली के तार बिछाने के साथ ही सोमवार 13 अगस्त तक काम पूरा कर लिया गया है. 


गांव में खुशी का माहौल
कलेक्टर ने आगे बताया कि जिला पुलिस बल द्वारा समय-समय पर ग्राम एल्मागुंडा सहित आसपास के ग्रामीणों की लगातार बैठक लेकर ग्रामीणों को नक्सलियों के कृत्यों से अवगत कराकर गांव के विकास में सहभागी बने और ग्रामीणों को नक्सलवाद से दूर रहने गांव के विकासात्मक कार्यों में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया. आखिरकार जिला पुलिस, सीआरपीएफ और प्रशासन के प्रयासों से एल्मागुंडा के ग्रामीणों के घरों में विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया गया. इधर ग्रामीणों के चेहरे पर सालों बाद घरों में बिजली की रोशनी से जगमगाहट की खुशी है.


अन्य सुविधाएं को भी गांव में पहुंचाने की कोशिश
कलेक्टर ने आगे कहा कि बिजली लगने के बाद एल्मागुंडा गांव के विकास कार्यों में तेजी लाई जाएगी और भविष्य में भी ग्रामीणों तक अन्य सुविधाएं पहुंचाई जाएगी. इधर ग्रामीणों में भी उनके गांव तक बिजली पहुंचने से काफी खुशी का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में ना सोलर लाइट थी और ना ही बिजली के कोई साधन, बिजली पहुंचने से उनके बच्चे अब रात के उजाले में पढ़ पाएंगे बिजली के साथ-साथ ग्रामीणों ने अन्य सुविधाएं भी गांव में पहुंचाने की मांग जिला प्रशासन से की है.


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