एक्सप्लोरर

Chhattisgarh: ED की रेड के बाद विनोद वर्मा की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'सीएम की छवि पर दाग लगने नहीं दूंगा'

Chhattisgarh ED Raid: ईडी ने बुधवार को सीएम भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा के घर छापा मारा. विनोद वर्मा ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी और बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए है.

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले ईडी की दबिश पर सियासत शुरू हो गई है. ईडी ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के घर छापा मारा. इसके बाद अगले दिन यानी गुरुवार को विनोद वर्मा ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी और बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने गिरफ्तार एएसआई चंद्रभूषण वर्मा से किसी भी तरह के रिश्ते से इंकार किया है और ईडी की रेड के पीछे आधार पर भी बड़ा दावा किया है. उन्होंने बताया है कि एक पत्रिका में छपे कहानी के आधार पर ही ईडी ने छापा मारा है. 

ईडी की रेड के बाद सीएम के सलाहकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस 
इसके साथ विनोद वर्मा ने ईडी पर डकैती करने का आरोप लगाया है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मेरा पत्रकारिता का जीवन बहुत बड़ा है राजनीति का जीवन छोटा है मेरे घर में जो धूल है वो मेरे ही पैर की है. मेरे पास कुछ भी नहीं है जिस पर आप शक कर सके और मेरे घर में बुधवार को डकैती हुई है, लूट हुई है. ईडी ने जो मुझसे बयान लिया है उसमे में भी मैने दर्ज करवाया है. आप मुझे प्रताड़ित कर रहे है. 

विनोद वर्मा ने कहा ईडी ने मेरे डकैती की है
विनोद वर्मा में बताया कि जितना सोना मेरे घर मिला है 2005 से 2023 तक का है. मैने 2005 से पहली बार सोना खरीदा था. मैं खरीदने लायक तभी हो पाया था. मैने एक गहने का बिल दिया है. एक गहने का बिल नहीं था जो मेरी पत्नी को शादी में मिला था. इसके अलावा 6 अतिरिक्त बिल मैने दिया है. इसके भांजे और भतीजे के शादियों में गहना दिया है. मेरे घर में 6 सदस्य है और सभी अर्निंग करते है. इसके अलावा घर से जो गहने लेकर गए है उसमे से आधे गहने है वो किस्तों पर खरीदी गई है. ये हमने मेरी पत्नी के जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर खरीदी है.

शादी में मिले लिफाफे के पैसे तक लेकर चले गए
ईडी वालों ने 2 लाख 55 हजार 300 रुपए नगद लेकर गए है. घर का कोना कोना छान मारा, मेरे बेटे की शादी में जो लिफाफा मिला था उन लिफाफों को खोलकर सारे पैसे ले गए लेकिन हिसाब नहीं बनाया. लेकिन मेरे बेटे ने इन लिफाफों का पूरा सबूत ईमेल पर रखा हुआ था. किस लिफाफे में कितना पैसा मिला और किसने दिया है. उन्होंने इसके बाद कहा आप मुझे संतुष्ट नहीं कर पा रहे है. तो जो अधिकारी आपके घर छापा मारने आया है उसकी मंशा क्या है? ये ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है. बजाए इसके वो सबूत क्या मांग रहा है. हर उस चीज का सबूत दिया जिसका उनको चाहिए था मैंने दिया है. आपके घर में आपके पूरे कागज है उसके साबित है उसके बाद कह रहे है आप सबूत दे दीजिए. तो सवाल ये है की इसे अब रहजनी और डकैती के अलावा क्या कहा जाए?

ये आईपीसी और सीआरपीसी को नए सिरे से परिभाषित कर रहे है
इसके अलावा मैंने उनसे पूछा की कितना गहना रख सकते है तो उन्होंने कहा कि आईटी एक्ट में है, ईडी एक्ट में नहीं है. उन्होंने कहा आपने ये बिल कैसे पे किया है इसके सबूत आपके पास नहीं है. भारतीय कानून में पहली बार ये प्रावधान जोड़ना पड़ रहा है. अगर आप कोई चीज बिल से खरीदते है नगद से नहीं खरीदते है. तो उस बिल के पेमेंट का मोड भी आपको सुरक्षित रखना पड़ेगा. ये आईपीसी और सीआरपीसी को नए सिरे से परिभाषित कर रहे है. भारत सरकार का नियम है कि 49 हजार से ज्यादा का खरीदी करते है तो पैन कार्ड अटैच करना पड़ता है. यानी मैने प्लास्टिक मनी से पे किया है या बैंक से ट्रांसफर किया है.
 
एक पत्रिका में छपे कहानी के आधार पर ईडी ने रेड मारा
इस छापे का आधार बताते हुए विनोद वर्मा ने कहा कि एक पत्रिका में छपी मनोरम कहानी के आधार पर ही हुई है. इसमें दावा किया गया है की कोई रवि उत्पल है जो मेरे बेटे के ससुराल तरफ से रिश्तेदार है और चंद्रभूषण वर्मा है जो मेरे रिश्तेदार है. उनकी मेरी सहायता से ये पूरा रैकेट चलाया जाता है. फिर इस पत्रिका के खिलाफ मैंने 21 दिसंबर 2022 को दुर्ग एसपी और डीजीपी को लिखित शिकायत दी गई है और जांच की मांग की थी. इसपर मैंने पुलिस से कहा था कि जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हूं. इसी कहानी को सुनकर ईडी वाले आए थे. इस पत्रिका के खिलाफ मैं पर्याप्त कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं. इसकी शुरुआत हो चुकी है.

ईडी को बोले कान कौवा ले गया तो वो कौवा के पीछे भागते है
चंद्रभूषण वर्मा मेरा रिश्तेदार नहीं है, दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का रिश्तेदार नहीं है. मेरी एक बार ढाई साल पहले मेरे ऑफिस में मुलाकात हुई थी. मैंने उससे कहा था मेरा नाम लेकर कुछ करते है हो तो मैं तुमको नौकरी से हटवाऊंगा और जेल भी भिजवाऊंगा. उसके बाद से मेरे दफ्तर आया नहीं आया है. ईडी को पहले जांच कर लेना था फिर मेरे घर आना था. लेकिन अब ईडी इस तरह हो गई है कि कोई बोले कान कौंवा ले गया है तो वो कौंवे के पीछे भागेंगे. ये चेक नहीं करेंगे कि कान चेक नहीं करेंग क्योंकि उनकी बुद्धि कहीं और से संचालित होती है.

ईडी का छापा गृहमंत्री का सपना और पीएम की तानाशाही है
विनोद वर्मा में रेड के दौरान की बातचीत को सार्वजनिक करते हुए कहा कि गहने और बिल मिलने पर उन्होंने किसी को फोन किया और बताया की गहने के पूरे बिल है. लेकिन उधर से जो निर्देश आए उसके बाद कहने लगे जी सर मैं इन्हें सीज करूंगा. तो जांच अधिकारी आपके यहां आ रहा है वो खुद फैसले नहीं ले रहा है. तो सवाल ये है क्या रेड के पीछे आधार क्या है. पुलिस वाले का बयान या एक गृहमंत्री का सपना है. किसी तरह से कांग्रेस पार्टी में जो लोग भी चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के लिए काम कर रहे है. उन सब लोगों को जेल में डाल दिया जाए. या एक प्रधानमंत्री की तानाशाही है. एक परफेक्ट तानाशाही की तरह काम करता है की अपने प्रतिद्वंदियों को कुचल दो. विपक्ष नाम का कोई संस्था बचे ही नहीं.

सट्टेबाजी पर छत्तीसगढ़ पुलिस खुद जांच कर रही है
मैं उनसे बार बार पूछता था आधार क्या है तो वे कहते थे कि हमें पता नहीं है. इन चुनाव चुनाव के परिणाम को जनता के वोट से बदलने के बजाय बीजेपी और उनके नेता अलग तरीके से बदलने की कोशिश कर रहे है. कांग्रेस पार्टी में काम करने वाले को प्रताड़ित किया जाए ताकि वो चुपचाप घर में बैठ जाए. सवाल ये है मनी लांड्रिंग का जांच करना चाहते है तो ये स्वागत योग्य कदम है. सट्टेबाजी पर छत्तीसगढ़ पुलिस भी जांच कर रही है. बहुत लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन जब छत्तीसगढ़ पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार यूपी जाती है तो यूपी पुलिस छत्तीसगढ़ पुलिस पर कार्यवाही करती है.

केंद्र सरकार ने साधारण लूडो को जुआ में बदला और जीएसटी लगाया
सट्टेबाजी के खिलाफ आपकी भावना क्या है ? लूडो जैसे खेल को केंद्र सरकार ने जुआ में बदल दिया है. क्रिकेट और शतरंज को जुआ बना दिया है. केंद्र सरकार के नियम है की लूडो पर सट्टा खेलोगे तो जीएसटी लगेगा. ये राज्य सरकार नहीं कर रही है. ये केंद्रीय गृह मंत्री और पीएम के सहमति से कानून बना है. जो साधारण लूडो को सट्टेबाजी में बदल रहे है यहां पर आकर बता रहे है हम सट्टेबाजी की जांच कर रहे है.इससे ज्यादा दोहरे चरित्र का कोई उदाहरण नहीं हो सकता है. यानी बीजेपी की राज्य नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व इन्हीं केंद्रीय एजेंसी के भरोसे चुनाव लड़ना चाहती है.मेरे पास 65 करोड़ का एक अठन्नी भी नहीं मेरे पास किसी भी रास्ते से नहीं आया है. मेरे घर में 6 लोग है सभी अर्निंग करते है. 

मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि पर दाग लगने नहीं दूंगा
मैं उन चीजों से दूर रहा हूं जिसमे दलदल है.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुझे सलाहकार बनाया मेरे दायित्व है की में उनकी छवि पर दाग न लगने दूं. मेरे किसी काम से उनकी छवि पर दंग न लगे. मैं एआईसीसी मेंबर हूं उस नाते से भी कह रहा हूं मेरे काम से पार्टी की छवि पर दाग लगने नहीं दूंगा. पिछली बार भी कोशिश हुई थी. सीडी कांड में ब्लैकमेलिंग का और सीबीआई ने मुजबर दबाव डाला नाम लेने के लिए. लेकिन मुझे पता था ये सीडी रमन सिंह ने बनवाई थी. मैने सबूत दिया था तब आखिर में जो चालान प्रस्तुत किया गया उसमे ब्लैकमेलिंग की धारा हटा दिया गया था जिसके तहत मुझे 65 दिन जेल में रखा गया था.

ईडी ने चंद्रभूषण वर्मा और विनोद वर्मा का कनेक्शन बताया है
गौरतलब है कि ईडी ने महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले गिरफ्तार एएसआई चंद्रभूषण वर्मा और विनोद वर्मा का संबंध होने का दावा किया है. इसके अलावा आरोप लगाया है कि दुबई से हवाला के माध्यम से मोटी रकम हर महीने आते थे. जिसे चंद्रभूषण वर्मा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े नेताओं को 'संरक्षण राशि' के रूप में वितरित कर रहा था. ईडी ने कहा कि अब तक एएसआई चंद्रभूषण वर्मा को करीब 65 करोड़ रुपये नकद मिले थे.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'पुरुषों का ध्यान खींचते हैं डिजाइनर नकाब, ये इस्लामिक पर्दे के मकसद के खिलाफ': मौलाना कारी इस्हाक गोरा
'पुरुषों का ध्यान खींचते हैं डिजाइनर नकाब, ये इस्लामिक पर्दे के मकसद के खिलाफ': मौलाना कारी इस्हाक गोरा
एकनाथ शिंदे-अजित पवार के होते हुए देवेंद्र फडणवीस के CM बनने का कितना चांस? जान लें जवाब
एकनाथ शिंदे-अजित पवार के होते हुए देवेंद्र फडणवीस के CM बनने का कितना चांस? जान लें जवाब
IND vs AUS: कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में कर दिया क्लियर, एकतरफा नहीं होगी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की यह सीरीज
कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में कर दिया क्लियर, एकतरफा नहीं होगी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की यह सीरीज
'वो अभी भी शादीशुदा हैं', एआर रहमान-सायरा बानो के तलाक पर वकील का खुलासा, हैशटैग वाले मामले पर दी सफाई
'वो अभी भी शादीशुदा हैं', एआर रहमान-सायरा बानो के तलाक पर वकील का खुलासा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Nyrraa Banerji ने Avinash Mishra , Shilpa Shirodkar Fight, Bigg Boss 18 पर की बातGautam Adani Bribery Case Update: अदाणी ग्रुप पर आरोपों का चीन कनेक्शन?Delhi-NCR में प्रदूषण को लेकर Supreme Court का केंद्र सरकार को बड़ा निर्देश | PM ModiDelhi BJP Meeting : संगठन चुनाव को लेकर दिल्ली में बीजेपी की बड़ी बैठक जारी | Breaking News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'पुरुषों का ध्यान खींचते हैं डिजाइनर नकाब, ये इस्लामिक पर्दे के मकसद के खिलाफ': मौलाना कारी इस्हाक गोरा
'पुरुषों का ध्यान खींचते हैं डिजाइनर नकाब, ये इस्लामिक पर्दे के मकसद के खिलाफ': मौलाना कारी इस्हाक गोरा
एकनाथ शिंदे-अजित पवार के होते हुए देवेंद्र फडणवीस के CM बनने का कितना चांस? जान लें जवाब
एकनाथ शिंदे-अजित पवार के होते हुए देवेंद्र फडणवीस के CM बनने का कितना चांस? जान लें जवाब
IND vs AUS: कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में कर दिया क्लियर, एकतरफा नहीं होगी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की यह सीरीज
कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में कर दिया क्लियर, एकतरफा नहीं होगी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की यह सीरीज
'वो अभी भी शादीशुदा हैं', एआर रहमान-सायरा बानो के तलाक पर वकील का खुलासा, हैशटैग वाले मामले पर दी सफाई
'वो अभी भी शादीशुदा हैं', एआर रहमान-सायरा बानो के तलाक पर वकील का खुलासा
​युवाओं के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका, जानें कौन और किस तरह कर सकते हैं आवेदन
​युवाओं के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका, जानें कौन और किस तरह कर सकते हैं आवेदन
Vidhan Sabha Chunav Results 2024: कहां है शिवसेना-शिवसेना और NCP-NCP में कांटे की टक्कर, BJP-JMM में भी कड़ा मुकाबला, ये रहीं महाराष्ट्र और झारखंड की सारी VIP सीटें
कहां है शिवसेना-शिवसेना और NCP-NCP में कांटे की टक्कर, BJP-JMM में भी कड़ा मुकाबला, ये रहीं महाराष्ट्र और झारखंड की सारी VIP सीटें
Gold Loan: RBI को गोल्ड लोन देने में मिली गड़बड़ी, ईएमआई और टर्म लोन की ओर रुख कर सकते हैं लेंडर्स
RBI को गोल्ड लोन देने में मिली गड़बड़ी, ईएमआई और टर्म लोन की ओर रुख कर सकते हैं लेंडर्स
पीएम आवास योजना की लिस्ट में नहीं आ रहा है नाम? जान लें कैसे करना है आवेदन
पीएम आवास योजना की लिस्ट में नहीं आ रहा है नाम? जान लें कैसे करना है आवेदन
Embed widget