Chhattisgarh Weather Today: छत्तीसगढ़ के 22 जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट, किसानों को हो सकता है भारी नुकसान
Chhattisgarh: रायपुर मौसम विभाग ने 7 से अधिक जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है. इसके अनुसार प्रदेश के कोरिया, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर- चांपा, बेमेतरा और बलौदाबाजार, में गरज के साथ बारिश होगी.
Weather Today In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में मौसम का मिजाज बदला है. राजधानी रायपुर में काले घने बादलों की गरज के साथ बारिश शुरू हो गई है. इसके आलावा आज सुबह से ही राज्य के कई जिलों में झमझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग (IMD) ने अगले 12 घंटे के लिए राज्य के 22 जिलों में अलर्ट जारी किया है. इसके साथ कई जिलों में भारी ओलावृष्टि की भी चेतवानी भी जारी की गई है.
दरअसल, रायपुर (Raipur) मौसम विभाग ने 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें प्रदेश के सूरजपुर, (Surajpur) बलरामपुर (Balrampur),सरगुजा (Surguja), जशपुर, पेंड्रारोड, कोरबा (Korba),कबीरधाम (Kabirdham),महासमुंद (Mahasamund),दुर्ग (Durg),रायपुर, बालोद, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव में बारिश की चेतवानी जारी की गई है.
इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी
इसके अलावा रायपुर मौसम विभाग ने 7 से अधिक जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है. इसके अनुसार प्रदेश के कोरिया, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर- चांपा, बेमेतरा, बलौदाबाजार और राजनांदगांव में गरज चमक के साथ बारिश और आंधी चलने और वज्रपात होने की संभावना है. वहीं आज सुबह से ही रायपुर के आस पास कई जिलों में काले अंधेरे बादल छाए हुए है. कई जिलों में बारिश हो रही है.
इस कारण बदला मौसम का मिजाज
रायपुर मौसम विभाग के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक चक्रीय चक्रवात दक्षिण-पश्चिम और दूसरा पूर्वोत्तर राजस्थान में निचले क्षोभ मंडलीय स्तरों में स्थित है. क्षोभ मंडल के निचले स्तर में तमिलनाडु से उत्तर कोंकण तक एक ट्रफ/वायु विच्छिन्नता मौजूद है. इसके चलते राज्य में आज गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा कई जगहों में आंधी चलने और ओलावृष्टि होने की भी संभावना है.
किसानों को ओलावृष्टि की चेतावनी
मौसम विभाग ने ओलावृष्टि को लेकर किसानों को अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की तरफ से ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई है. मौसम विभाग की तरफ से बताया गया कि ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान होता है. हल्की ओलावृष्टि के बाद भी फसल पर कीट और रोग के हमला करते हैं. सब्जियों और चने की फसलों में ज्यादा नुकसान होता है.
यदि फसल पक गई हो तो किसान तुरंत काटकर उसे सुरक्षित स्थान पर रखें. महंगे फसल को सुरक्षित रखने के लिए नेट लगाएं. जिससे फसल पर ओला वृष्टि का सीधा का प्रभाव कम से कम हो.