Ambikapur News: सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए नि:शुल्क 108 संजीवनी एक्सप्रेस एंबुलेंस की सुविधा राज्यभर में उपलब्ध कराई है. इस एंबुलेंस से माध्यम से किसी भी गंभीर मरीज को अस्पताल तक लाया और ठीक होने पर वापस उनके घर तक पहुंचाया जाएगा. लेकिन इन दिनों सरकार के इस एंबुलेंस की फ्री सेवा अवैध उगाही का माध्यम बनते जा रहा है. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल, 108 एंबुलेंस के ड्राइवर मरीज के परिजनों से खाने पीने के लिए रुपयों की डिमांड करते है. ऐसे में सरकार की तरफ से मुफ्त 108 की सेवा अब पेड सेवा में तब्दील होती दिख रही है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के गृहनगर अंबिकापुर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल है. यहां 108 एंबुलेंस का ड्राइवर रायपुर रेफर मरीज के परिजनों से रुपए की मांग कर रहा था. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में 108 एंबुलेंस का ड्राइवर यह कहता दिख रहा है कि सभी मरीज खाने पीने के लिए देते हैं. हालांकि, एक शिक्षित नागरिक द्वारा उक्त ड्राइवर को मरीजों से पैसे मांगने पर जमकर फटकार लगाया गया है.
इधर पता चला है कि लंबे समय से 108 एंबुलेंस में रेफर मरीजों के परिजनों से रुपए उगाही का काम चल रहा है. एक मरीज ले जाने के लिए ड्राइवर एक हजार की डिमांड करते हैं. हालांकि, अब अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसा मामला सामने आने पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और 108 एंबुलेंस के सरगुजा संभाग प्रभारी जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
अवैध उगाही पर होगी पेनल्टी
एंबुलेंस के ड्राइवर द्वारा मरीजों से अवैध उगाही को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि नागरिकों से एक पैसा नहीं लेना है. अगर ऐसी बात आ रही है तो ऐसे व्यक्तियों को सेवा में रखना ही नहीं होगा. जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी. पेनल्टी का प्रावधान होगा तो लगेगा. पैसे लिए होंगे तो वापस होगा. ऐसा करने वाले लोगों को कार्य से पृथक कर देना चाहिए. ये विभाग कार्रवाई करेगा. जो होगा नियम के अनुसार होगा.
जांच प्रमाणित होने पर एक्शन लिया जाएगा
सरगुजा संभाग के 108 एंबुलेंस कोऑर्डिनेटर लोकेश्वर जंघेल ने कहा कि वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है. एक पायलट द्वारा मरीजों से खाने का डिमांड किया गया था. इसकी जांच चल रही है. अगर प्रमाणित होता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने आगे बताया कि पायलट अगर किसी रेफर मरीज को लेकर जा रहा है तो उनके खर्चे के लिए अलग अमाउंट फिक्स है, खाने के लिए दिया जाता है. शासन की ओर से 108 फ्री सेवा है, अगर मरीजों से डिमांड किया जा रहा है तो गलत है.
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