IPL में ऑनलाइन सट्टा गिरोह का पर्दाफाश, लाखों रुपये कैश के साथ नोट गिनने की मशीन भी बरामद
Ambikapur News: पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाज गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के सदस्य विकास सोनी और रागिनी बरनवाल IPL पर सट्टेबाजी कर रहे थे. पुलिस ने सोनी को गिरफ्तार किया और बरनवाल को नोटिस जारी किया.
Ambikapur IPL Betting Busted: अंबिकापुर कोतवाली पुलिस ने आईपीएल में ऑनलाइन सट्टा पट्टी खिला, रुपये का दांव लगा रहे गिरोह का पर्दाफाश किया है. नोट गिनने वाली मशीन, करीब सात लाख रुपये सहित अन्य सामान बरामद करते हुए एक आरोपी विकास सोनी को गिरफ्तार किया है, जबकि महिला आरोपी रागिनी बरनवाल को धारा 41 के तहत नोटिस दिया गया है.
इस मामले का तीसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक आरोपी विकास सोनी के कब्जे से एक लाख रुपये, और महिला आरोपी के कब्जे से करीब 6 लाख रुपये और नोट गिनने की मशीन सहित अन्य सामान बरामद किया है.
पुलिस को सूचना मिली थी सट्टेबाजी होने की
पुलिस जब आरोपियों के पास पहुंची उस दौरान आईपीएल में गुजरात टाइटन्स व आरसीबी मैच के मध्य टी 20 मैच चल रहा था. जिसमें सट्टा पट्टी खिलाया जा रहा था. इस मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ढिल्लो, कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह परिहार ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि मायापुर निवासी आरोपी विकास सोनी सहित अन्य लोगों के द्वारा आईपीएल में सट्टा पट्टी खिलाया जा रहा है. इस पुख्ता सूचना पर पुलिस ने महामाया चौक के पास महामाया रोड में विकास सोनी को पकड़कर पूछताछ किया गया.
रकम के साथ बरामद किया गया अन्य सामान
आरोपी विकास सोनी ने खुद को गिरोह का एजेंट बताते हुए स्वीकार करते हुए बताया कि वह एजेंट के रूप में कार्य करते हुए लोगों से रकम इकट्ठा कर मुख्य आरोपियों तक पहुंचाने का काम करता है. पूछताछ के आधार पर पुलिस ने महिला आरोपी रागिनी बरनवाल (36 वर्ष) निवासी दरिमा मोड़ अम्बिकापुर के यहा भी दबिश दी गई और महिला आरोपी के कब्जे से रकम के साथ अन्य सामान बरामद किया गया. इस गिरोह में महिला आरोपी से संबंधित एक और मुख्य आरोपी है जिसे फरार बताया गया. आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 6, 7 के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
इस तरह चलता था सट्टा-पट्टी का खेल
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के मुताबिक मोबाइल में व्हाट्सएप के माध्यम से सट्टा पट्टी खेलने हेतु लिंक भेजा जाता था. जिससे लोग जुड़ते थे और लाखों रुपये का सट्टा लगाया जाता था. आईपीएल में मैच खेल रहे दोनों टीमों की हार जीत के अलावा खिलाड़ी, बॉलर, बाल, रन, छक्का और चौका पर भी सट्टा लगता था. मुख्य आरोपियों द्वारा व्हाट्सएप मैसेज कर पैसा लेने- देने की सूचना दी जाती थी. जिसके आधार पर विकास सोनी रुपये वसूल करता था.