अंबिकापुर: सरकार के लाख निर्देश के बाद भी सरकारी-अधिकारी कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. अधिकारियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने से ग्रामीण क्षेत्रों से दफ्तर आए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके कई उदाहरण सामने आ चुके हैं. इसी क्रम में सरगुजा के कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और अपर कलेक्टर के साथ रियलिटी चेक करने सरकारी कार्यालयों के औचक निरीक्षण पर पहुंचे. जहां उन्हें फिर वही पुरानी परिपाटी नजर आई. कार्यालय के समय में कई अधिकारी-कर्मचारी अपने ऑफिस उपस्थित नहीं थे. इससे नाराज कलेक्टर ने अनुपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों के अनुपस्थित अवधि का वेतन कटौती करने के निर्देश दिए हैं.


कलेक्टर ने कौन कौन से ऑफिसों का किया निरिक्षण


कलेक्टर कुंदन कुमार ने अंबिकापुर स्थित लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता कार्यालय सहित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. कलेक्टर सुबह साढ़े 10 बजे लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता के कार्यालय पहुंचे. कार्यालय में तीन-चार कर्मचारियों के अलावा कोई अधिकारी नहीं पहुंचा था. इसी प्रकार परिसर में ही स्थित अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता कार्यालय में भी अधिकारी उपस्थित नहीं थे. तीनों कार्यालय के नियमित व दैनिक वेतन भोगी सहित करीब 17 करीब कर्मचारी अनुपस्थित मिले. इसमें अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से छह, कार्यपालन अभियंता कार्यालय से तीन, अधीक्षण अभियंता कार्यालय से सात और मुख्य अभियंता कार्यालय का एक कर्मचारी शामिल है. 


उन्होंने अनुपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों के अनुपस्थित अवधि का वेतन कटौती करने और लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं. कार्यालय में साफ-सफाई नहीं होने पर कर्मचारियों को कार्यालय को साफ व स्वच्छ रखने व समय पर कार्यालय आने के हिदायत दिए. कलेक्टर ने संभागीय सामग्री प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया. उन्होंने उपस्थित कर्मचारियों से परीक्षण के बारे में पूछताछ कर जानकारी ली. उन्होंने जिले में हुए विभिन्न निर्माण कार्यों में प्रयुक्त सामग्री के परीक्षण में पाई गई कमियों और उस पर की गई कार्रवाई की भी जानकारी ली.


गैरहाजिर मिले लोगों पर होगी यह कार्रवाई


कलेक्टर ने इसके पश्चात पटेलपारा स्थित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया. कार्यालय में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे. उन्होंने शिक्षकों के व्यक्तिगत फाइल में प्रविष्टि व सत्यापन के लंबित कार्य को पूर्ण करने, दस्तावेजों को व्यवस्थित करने तथा साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए. कार्यालय में कई कर्मचारियों के संलग्न होने पर जिला शिक्षा अधिकारी व विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किए गए संलग्नीकरण आदेश की जांच करने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए. कलेक्टर ने कलेक्टोरेट परिसर स्थित ई-लोक सेवा केंद्र  का भी निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारी को पारदर्शितापूर्ण सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, अपर कलेक्टर एएल ध्रुव भी मौजूद रहे.


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