Chhattisgarh Crime: चोरी के ट्रैक्टर बेचने की फिराक में थे आरोपी, पुलिस ने गिरोह का किया पर्दाफाश
Ambikapur Crime: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में छह युवकों ने मिलकर सबसे पहले चोरी की वारदात को अंजाम दिया. उनका मानना था कि इसमें सफलता मिल जाती तो आगे ऐसे ही वाहनों की चोरी करते.
Ambikapur News: सरगुजा संभाग में बढ़ रहे अपराध के बीच ट्रैक्टर चोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिसमे 6 युवकों ने मिलकर ट्रैक्टर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पकड़े गए आरोपी ने इस चोरी का ट्रायल किया है और अगर इसमें सफलता मिल जाती तो आगे ऐसे ही वाहनों पर और हाथ साफ कर सकते थे. अपने आप में अलग तरह की चोरी के इस मामले की शिकायत वाहनों की सीजर सौरभ मंडल ने गांधीनगर थाने में की थी.
7 और 8 तारीख की दरमियान रात हुई चोरी की शिकायत में मंडल ने बताया कि वो एक ट्रैक्टर को सीज करके लाया, लेकिन यार्ड बंद हो जाने के कारण उसने ट्रेक्टर को अपने घर के पास खड़ा कर दिया और जब सुबह हुई तो ट्रैक्टर गायब था. लिहाजा उसने मामले की शिकायत गांधीनगर पुलिस से की और पुलिस ने इस मामले पर एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.
इस मामले की पड़ताल के बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाल. जिसमें पुलिस ने पाया कि एक चारपहिया वाहन और एक मोटरसाइकिल से पांच संदिग्ध लोग ट्रैक्टर के पास गए हैं. जिसके बाद वाहन के नंबर के आधार पर पुलिस ने ट्रैक्टर ले जा रहे नकाबपोश आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिससे मामले का परत दर परत खुलासा हुआ.
पुलिस ने मामले से जुड़े एक आरोपी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो पता चला कि सीजर के घर किराए के मकान में रहने वाले संतोष यादव ने पूरी चोरी का षड्यंत्र रचा. इसके लिए उसने अपने पैतृक गांव क्षेत्र के 5 अन्य साथियों का सहयोग लिया. उनको अंबिकापुर बुलवाकर ट्रेक्टर को रघुनाथपुर इलाके से लुंड्रा ले गए, जहां एक अन्य आरोपी के घर ट्रेक्टर खड़ा कर आरोपियो ने ग्राहक की तलाश शुरू कर दी. ग्राहक नहीं मिलने पर मुख्य आरोपी संतोष यादव ने अपने हिस्से के रूपये की मांग की तो ट्रेक्टर रखने वाले ने संतोष को बिना ट्रेक्टर बेजे 20 हजार रूपए दे दिए. जिससे उसने अपने ऑटो और मकान का किराया चुक्ता कर दिया.
ऑटो चालक ने रची साजिश
सीजर के घर रहने वाला संतोष यादव पिछले कुछ साल से अंबिकापुर में रहकर ऑटो चलाता था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वो अक्सर सीजर को अच्छी-अच्छी कंडीशन की गाड़ी लाते देखता था. इस दौरान उसने ऐसी गाड़ी सस्ते दाम में दिलवाने के लिए बोलता भी था. इस पर सीजर मंडल कहा करता था कि ऐसे वाहन की बिक्री उस फाइनेंस कंपनी के लोग अपनी प्रकिया से करते हैं. जिससे वाहन फाइनेंस होता है. लिहाजा उसी दिन से आरोपी वाहन चोरी की ताक में था. जिसको अंजाम देने के लिए उसने अपने अन्य 5 साथियों का सहारा लिया.
एएसपी ने किया खुलासा
गांधीनगर थाना क्षेत्र के सुभाषनगर से चोरी हुए वाहन के मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा जिले के एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार ने बताया कि मामले से जुड़े सभी 6 आरोपियो को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी किया ट्रेक्टर, आर्टिगा कार, प्लेयर मोटरसाइकिल, 6 मोबाइल और 15 सौ रुपये नगद बरामद कर लिए गए हैं. पकड़े गए आरोपी में संतोष यादव, महेश यादव, जय नारायण, ईश्वर दास, महेश नगेशिया और मास्टरमाइंड अंकित उर्फ संतोष यादव शामिल हैं.
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