Ambikapur News: डायरेक्ट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (Directorate General of Civil Aviation) की टीम सोमवार को अम्बिकापुर (Ambikapur) के दरिमा (Darima) मे बनकर तैयार मां महामाया एयरपोर्ट (Maa Mahamaya Airport) पहुंची. तीन सदस्यीय ये टीम एयरपोर्ट की गुणवत्ता को लेकर तीन दिन तक तमाम बिंदुओं पर बारीकी से निरीक्षण करेगी. डीजीसीए की टीम पहले दिन बेसिक स्ट्रिप, आईसोलेशन बे और एटीसी टावर का निरीक्षण किया.   


डीजीसीए के इस निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री और सरगुजा (Surguja) सांसद रेणुका सिंह (Renuka Singh) भी मौजूद रही. सरगुजा संभाग के दरिमा में बनकर तैयार मां महामाया एयरपोर्ट पर जल्द यात्री विमान सेवा शुरू हो सकती है. विमान सेवा शुरू करने के लिए राज्य सरकार को लाईसेंस देने के पहले डीजीसीए की टीम फाइनल निरीक्षण के लिए एयरपोर्ट पहुंच चुकी है. तीन दिन तक हर पहलू की जांच करने के लिए जो तीन सदस्यीय टीम यहां पहुंची है, उसमें डीजीसीए दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर अमित श्रीवास्तव और कलकत्ता रीजन के दो डीजीसीए के अधिकारी शामिल हैं. 


लाईसेंस जारी करने के पहले हर पहलू की जांच
गौर करने वाली बात है कि डीजीसीए की तरफ से ये अंतिम और बारीकी से किए जाने वाला निरीक्षण है. इससे एयरपोर्ट को मिलने वाले लाईसेंस में राज्य सरकार को मदद मिलेगी. डीजीसीए का तीन सदस्यीय दल हर बिंदु की बारीकी से जांच करेगा. पहले दिन अधिकारियों ने आईसोलेशन बे, रनवे, बेसिक  स्ट्रिप , एटीसी टॉवर के साथ- साथ एंटी बाइज्जत रूम , अप्रोन, पेरामीटर रोड, ऑपरेशन बाउंड्री, अरावल और डिपार्चर सेक्शन का भी निरीक्षण किया. अगले दो दिन किन किन बिंदुओं का और निरीक्षण किया जाएगा, इस बात कि फिलहाल जानकारी नहीं है. लेकिन डीजीसीए की टीम लाईसेंस जारी करने के पहले हर पहलू की जांच करेगी.


सरकार ने उतारा था नौ सिटर प्लेन
इससे पहले राज्य सरकार ने एक नौ सीटर प्लेन उतार कर मां महामाया एयरपोर्ट के रवने और बाकी सिस्टम के जांच करने के दावे किए थे. इस दौरान प्रदेश सरकार के दो मंत्री टी एस सिंहदेव और अमरजीत भगत के बीच इस टेस्टिंग को लेकर श्रेय लेने की होड़ भी देखी गई थी. उसके दो दिन बाद सूबे के मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पर एक प्लेन से उतरे थे. उन्होंने भी यहां का निरीक्षण किया था, लेकिन उसी दौरान सोशल मीडिया और राजनैतिक गलियारों के साथ बुद्धिजीवियों के बीच ये चर्चा भी तेज हो गई थी, कि जिस काम को डायरेक्ट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की टीम को करना था. उस काम को आखिर राज्य सरकार के मंत्री और सरकार के पायलट कैसे कर सकते हैं. 


बहरहाल अब डीजीसीए की टीम अंतिम जांच के लिए पहुंच चुकी है. जो तीन दिन तक पूरी व्यवस्था की गहनता से जांच करेगी. और उम्मीद ये है कि सारी व्यवस्था दुरुस्त होने पर 15 दिन के भीतर इस एयरपोर्ट को उड़ान भरने का लाईसेंस मिल जाएगा. इसके बाद सरगुजा वासियों की बेहद पुरानी और जरूरत की मांग पूरी हो जाएगी.


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