Chhattisgarh News: अल्प वर्षा से जल संकट से जुझ रहे सरगुजा (Surguja) संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर (Ambikapur) में 24 घंटे के भीतर 73 मिमी बारिश दर्ज गई है. ये अम्बिकापुर में इस सीजन की अब तक की सर्वाधिक बारिश है. बारिश होने के साथ सूखे बांकी जलाशय में 20 करोड़ लीटर अतिरिक्त जलभराव हो गया है. अब बांकी जलाशय में उपलब्ध पानी 66 करोड़ लीटर पर पहुंच गया है. इससे पीएचई विभाग के द्वारा अम्बिकापुर शहर में अब लगभग 30 दिनों तक पानी आपूर्ति करने की क्षमता होने का दावा किया जता है.
पीएचई विभाग के मुताबिक, पिछले दो दिनों से रात के समय बारिश होने से बांकी जलाशय में 0.003 एमसीएम पानी की बढ़ोत्तरी होने के साथ ही 29 जुलाई को 46 करोड़ लीटर पानी का जलभराव हुआ था. शनिवार को देर शाम और रात के समय के साथ ही 30 जुलाई को तड़के झमाझम बारिश होने से बांकी जलाशय में 0.2 एमसीएम पानी की बढ़ोतरी के साथ कुल जलभराव 0.66 एमसीएम हो गया है. दरअसल, इस सीजन में कम बारिश होने के चलते बांकी जलाशय लगभग सूखने की कगार पर था.
टीएस सिंहदेव ने किया था जलाशय का निरीक्षण
इसके चलते अम्बिकापुर नगर निगम ने शाम के समय के पानी की कटौती करते हुए केवल सुबह ही पानी सप्लाई करने का निर्णय लिया था. करीब एक सप्ताह पहले बांकी जलाशय में पेयजल के लिए मात्र 10 से 12 दिनों के लिए ही पानी बचा था. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक टीएस सिंहदेव ने कलेक्टर कुंदन कुमार के साथ प्राशासनिक और तकनीकी अमले के साथ बांकी जलाशय का निरीक्षण किया था. साथ ही उन्होंने पानी की गंभीर स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी जोर दिया था.
अब भी जलाशय की स्थिति चिंताजनक
उस दौरान यह जानकारी दी गई थी की यदि अच्छी बारिश नहीं हुई, तो अम्बिकापुर शहर में जलसंकट और बढ़ जाएगा. इसके विकल्प के तौर पर टैंकर से भी जल आपूर्ति करने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद 27 और 28 जुलाई की रात बारिश हुई थी, जिससे बांकी जलाशय के जलस्तर में आंशिक बढ़ोत्तरी हुई थी. वहीं 29 जुलाई को झमाझम बारिश हुई. हांलाकि अभी भी बांकी जलाशय की स्थिति चिंताजनक बनी हुई हैं. शहर की 60 फीसदी आबादी पेयजल के बांकी जलाशय पर ही निर्भर है.
बारिश के बाद मायूस किसानों के चेहरे खिले
शहर में बांकी जलाशय से हर रोज एक करोड़ 70 लाख लीटर पानी की मांग है. लंबे समय बाद बारिश होने से मायूस किसानों के चेहरे खिल गए हैं और खेत सूखने से थमे कृषि कार्यों में एक बार फिर से तेजी आने के साथ रौनक बढ़ गई है. इधर मौसम विभाग के द्वारा अगले पांच दिनों तक उत्तर छत्तीसगढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं झमाझम बारिश होने से अम्बिकापुर शहर के समस्याग्रस्त निचले इलाकों में एक बार फिर से सड़क तालाब बनी और बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया.
घरों में घुसा पानी
शहर के लरंगसाय वार्ड में खैरबार मार्ग, महादेव गली बौरीपारा, सत्तीपारा और गंगापुर सहित अन्य इलाकों में भी बारिश का पानी सड़क पर भरा रहा. बताया जा रहा है कि खैरबार मार्ग और महादेव गली में पानी के घरों में घुसने से लोग रात भर परेशान रहे. वहीं सत्तीपारा प्राथमिक शाला के पीछे के मोहल्ले में भी जलभराव से लोग हलाकान रहे. महादेव गली बौरीपारा और खैरबार मार्ग के रहवासियों ने कहा कि उनके मोहल्ले में रिंगरोड का पानी बहकर आता है.
नाज सहित अन्य सामान हुआ खराब
रहवासियों ने कहा कि जल निकासी के लिए अम्बिकापुर नगर निगम के द्वार नाली के निर्माण नहीं किए जाने से सड़क पर नाले समान पानी बहता है. वहीं रविवार की रात कई घरों में पानी घुस गया. जिससे अनाज सहित अन्य सामान खराब हुए. छोटे-छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बनी रही. मोहल्ले वालों ने कहा कि उन्होंने कई बार नगर निगम के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से नाला निर्माण की मांग की, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया.
उन्होंने कहा किहाल ही में खैरबार मार्ग में अधा-अधूरा नाला का निर्माण कर छोड़ दिया गया है. इधर रिंग रोड बौरीपारा महादेव गली में निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के आश्वासन के बाद भी बौरीबांध से आने वाली जल की निकासी के लिए आज तक नाला का निर्माण नहीं कराया जा सका.