Illegal Sand Mining: बारिश के दिनों में चार-पांच गुना मुनाफा कमा सकें इसलिए शहर के कुछ व्यापारी खनिज विभाग के नाक के नीचे गैरकानूनी तरीके से रेत का अवैध भंडारण कर रहे हैं. लेकिन हैरत की बात है कि इस पर ना ही प्रशासन की नजर है और ना ही खनिज विभाग के अधिकारी मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. इसलिए रेत कारोबारी धड़ल्ले से रेत को अवैध तरीके से शहर के बीच डंप कर रहे हैं.
सैकड़ों ट्रक रेत का भंडारण
प्रदेश में टेंडर प्रकिया से रेत की खदानों की निलामी और प्रकिया के बाद रेत के अवैध उत्खनन और कुछ लोगों की संलिप्तता की खबरें आम हो चुकी हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि जिस संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में सभी संभाग स्तरीय अधिकारी की नजरें रहती हैं. अंबिकापुर में रेत कारोबारी स्थानीय बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारियों से सांठगांठ कर अम्बिकापुर शहर के बीचों-बीच सैकड़ों ट्रक रेत का भंडारण कर चुके हैं. इन व्यापारियों को मानसून की बारिश का इंतजार है क्योंकि बारिश में रेत नदियों से नहीं निकलेगी. फिर इस बात का फायदा उठाकर व्यापारी रेत को मनमानी कीमत में बेचना शुरू कर देते हैं.
बरसात में महंगी हो सकती है रेत
रेत के छोटे कारोबारी से बात करने में पता चला कि बारिश के पहले फुटकर बाजार में रेत 12 से 15 रुपए फिट के हिसाब से बिक रही थी. जिसके बाद अभी प्री मानसून में ही रेट 18 रुपए फिट हो गया है. ऐसे में तेज बारिश के समय रेत का रेट 20-24 रुपए फिट तक जा सकता है. जबकि एक अनुमान के मुताबिक रेत को नदी से लाने में करीब 1 हजार रुपए का खर्च आता है.
हालांकि रेत कारोबारी ने बताया कि इस बार सूरजपुर और बलरामपुर जिले में बडे व्यापारी इतनी मात्रा में रेत डंप कर चुके हैं. जिससे रेट पिछली बरसात की तुलना में कम रेट पर बिकेगी. लेकिन आम दिनों से ज़्यादा कीमत होगी. इस संबंध में खनिज अधिकारी बजरंग सिंह पैकरा का कहना है कि जिले में रेत भंडारण की अनुमति है, लेकिन अम्बिकापुर शहर में नहीं है. अगर शहर में ऐसा करते हुए पाया जाता है तो अवैध भंडारण का केस बनेगा.