Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर स्थित सेंट्रल जेल में हत्या के आरोप में सजायाफ्ता कैदी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. इस घटना से जेल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. प्रथम दृष्टया लापरवाही पर ड्यूटी पर तैनात एक जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है. वहीं जेल अधीक्षक का कहना है कि और भी जानकारी मिलेगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इधर परिजनों की मौजूदगी में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कार्रवाई होनी है इसलिए मृतक के परिजनों को लेने के लिए जेल प्रबंधन द्वारा वाहन भेज दिया गया है.
2011 में हुई थी सजा
दरअसल, बलरामपुर जिले के राजपुर निवासी लुकनू पिता ननकू को हत्या के मामले में न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके बाद उसे 2011 में अंबिकापुर के सेंट्रल जेल में लाया गया था. वह रविवार की रात करीब 11 वह जेल के बैरक नंबर 9 के बाथरूम में गया था. जहां उसने बाथरूम के दरवाजे पर गमछे पर फंदा बनाकर फांसी पर लटक गया. जानकारी मिलने पर रात में ही जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड, डॉक्टर सहित मौके पर पहुंचे, तत्काल पुलिस को सूचना दी गई.
सरगुजा कलेक्टर और जेल महानिदेशक को भी घटना से अवगत कराया गया. पुलिस और नायब तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया.
क्या कहा जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड ने?
जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड ने बताया कि राजपुर का रहने वाला लुकनू आजीवन कारावास का एक बंदी था. 2011 में उसको सजा मिली थी. जो रात के लगभग 11 बजे बाथरूम की तरफ गया और वहां जाकर बाथरूम के दरवाजे में गमछे से फांसी लगाकर लटक गया. जैसे ही हमें खबर मिली तो डॉक्टर के साथ मौके पर पहुंचे और उसे देखने के बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गई.
लापरवाही पर जेल प्रहरी निलंबित
जेल अधीक्षक ने बताया कि अभिरक्षा का मामला है इसलिए न्यायिक जांच होगा. वहीं जेल में ड्यूटी करने वाले जेल वार्डन प्रवीण को प्रथम दृष्टया लापरवाही में निलंबित कर रहे हैं और आगे भी कोई जानकारी मिलेगी तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. मृतक के परिजनों को लेने के लिए गाड़ी भेज दिया गया है ताकि पंचनामा और पोस्टमार्टम सामने हो.