Chhattisgarh News: अम्बिकापुर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Ambikapur Medical College Hospital) मार्ग पर निजी एंबुलेंस का कब्जा खत्म नहीं हो रहा है. निजी अस्पतालों और पैथोलैब के दलालों की सक्रियता भी बनी हुई है. मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की सांठगांठ से दलाल गरीब मरीजों को निजी अस्पताल ले जाने में कामयाब हो रहे हैं. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने फुटपाथ पर ठेले, खोमचों वालों का कब्जा होने से आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं. निजी एंबुलेंस के चालक आपसी प्रतिस्पर्धा में गाली-गलौज करते हुए मारपीट भी कर रहे हैं.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दलालों का कब्जा
ऐसी स्थिति में अस्पताल परिसर का माहौल अशांत रहता है. निजी एंबुलेंस चालकों की मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्टाफ से सांठगांठ होती है. कमीशन खोरी के लिए गरीब मरीजों को झांसा देकर निजी अस्पताल पहुंचा दिया जाता है. गरीब मरीजों तक संजीवनी एक्सप्रेस 108 की सेवा पहुंचने से पहले निजी एंबुलेंस के दलाल मरीजों को झांसा देने में सफल हो जाते हैं. निजी पैथोलैब रक्त जांच के नाम पर गरीब मरीजों को लूट रहे हैं.
गरीब मरीजों को गुमराह कर ऐसे लगाते हैं चूना
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज कराने आनेवाले मरीजों और तीमारदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या ने बताया कि चार दिन पहले ही पुलिस प्रशासन और नगर निगम की टीम ने निजी एंबुलेंस को रामानुज क्लब मैदान में खड़ा कराने का निर्णय लिया है.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल मार्ग पर निजी एंबुलेंस को खड़ा नहीं होने दिया जाएगा. फुटपाथ पर लगने वाले ठेले, खोमचों को भी हटाया जाएगा. उन्होंने बताया कि निजी एंबुलेंस चालकों से सांठगांठ रखनेवाले मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्टाफ की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी.
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