(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: अंबिकापुर की MIC ने पेश किया 3.29 करोड़ घाटे का बजट, राजस्व बढ़ाने के लिए लिया गया ये फैसला
Chhattisgarh Ambikapur Nagar Nigam: महापौर परिषद की बैठक में अंबिकापुर के वार्डों में सड़क निर्माण का प्रस्ताव बनाने का फैसला लिया गया. 15 दिन के भीतर इसका पालन नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई.
Chhattisgarh News: लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर (Ambikapur) नगर निगम में महापौर परिषद की बैठक हुई. इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 का प्रस्तावित बजट संसोधन के साथ पारित कर दिया गया. यह प्रस्तावित बजट 3 करोड़ 29 लाख 17 हजार रुपये के घाटे का बजट है. इसमें 5 अरब 17 करोड़ 7 लाख 31 हजार रुपये की आय और 5 अरब 20 करोड़ 36 लाख 98 हजार रुपये के व्यय का प्रावधान किया गया है.
महापौर डॉक्टर अजय तिर्की ने बताया कि एमआईसी से संसोधन के साथ प्रस्तावित बजट परित हो गया है. अब यदि चुनाव या अन्य कारण वश सामान्य सभा की बैठक आयोजित नहीं हो पाई, तो भी अधिनियम के तहत कमिशनर के माध्यम से यह प्रस्ताव शासन को भेजा जा सकेगा जो मान्य होगा. गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित बजट में 99 करोड़ 94 लाख 26 हजार रुपये की आय और 1 अरब 54 लाख 57 हजार रुपये की व्यय का प्रावधान था, जो 60 लाख 31 हजार रुपए घाटे का बजट था. जबकि इस बार 329 लाख 17 हजार रुपए के घाटे का बजट पारित किया गया है.
बैठक में इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
बैठक में सेनेटरी पार्क स्थित सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट, टर्सरी एसएलआरएम सेंटर का निर्माण और रेनोवेशन कराने सहित अन्य एजेंडों की भी अनुशंसा की गई. बैठक में आयुक्त प्रकाश सिंह राजपूत, कार्यपालन अभियंता संतोष रवि सहित अन्य अधिकारी और विभिन्न विभागों के प्रभारी उपस्थित रहे. एमआईसी की बैठक में नगर निगम में राजस्व बढ़ाने पर जोर देते हुए यह कहा गया कि पुष्पवाटिका और स्वच्छता चेतना पार्क में लगभग 15 प्रतिशत रिक्त भूमि को व्यवसायिक उपयोग के लिए दिया जाएगा. इसके लिए जगह चयन करने के साथ ही निविदा आमंत्रित करने का भी फैसला लिया गया.
15 दिन में सड़क निर्माण का बनाएं प्रस्ताव
बैठक में अम्बिकापुर शहर के विभिन्न वार्डों में सड़क निर्माण का प्रस्ताव बनाने का फैसला लेते हुए 15 दिन के भीतर इसका पालन नहीं होने पर तकनीकी अमले को नोटिस जारी करने की भी चेतावनी दी गई. बैठक में बताया गया कि करीब तीन साल पहले 30 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई थी. एमआईसी सदस्य शफी अहमद ने नए सीरे प्रस्ताव बनाने और छुटे हुए सड़कों को भी इसमें शामिल करने का फैसला लिया.
स्वच्छता के लिए मॉनिटरिंग जरूरी
एमआईसी सदस्य शफी अहमद ने स्वच्छता की बदहाल स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि स्वच्छ सर्वेछण में पिछड़ गए है, मगर इसके सुधार के लिए हम अभी तक गंभीर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम जिस मुकाम पर थे उस मुकाम से पिछड़ना पीड़ा दायक है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता की हर हफ्ते समीक्षा होनी चाहिए. लोगों की आदत एक बार फिर से बिगड़ रही है. लोग सड़क पर कचरा फेंकना शुरू कर रहे हैं. लोगों में जागरूकता के लिए भी अभियान चलाए जाने की जरूरत है, जिससे सभी को जोड़ा जाएगा और स्वच्छता के खोए मुकाम को फिर से हासिल किया जाएगा.