Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में पुलिस टीम ने कल रात मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कई दो पहिया वाहनों पर तालीमी कार्रवाई की है. पुलिस की यह कार्रवाई कुछ अलग प्रकार की कार्रवाई थी इसलिए इसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है. दरअसल, यातायात पुलिस और थाने की टीम ने कल शहर के बुलेट राजाओं पर नजर रखी और आम लोगों के लिए सरदर्द बन चुके बुलेट राजाओं की जेब ढीली करवाई.
सर दर्द बने हैं बुलेट राजा
संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर की सड़कें पिछले कुछ सालों से बुलेट की तीखी और तेज आवाज से दिनभर गूंजती है. सड़क पर पैदल या दूसरे वाहनों पर चलने वाले लोग बुलेट की तेज रफ्तार और तेज आवाज के कारण खुद को बेहद असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. धीरे-धीरे बुलेट की बिक्री बढ़ने और आवारा किस्म के युवकों के साथ ही स्कूली और कॉलेज स्टूडेंट अपने परिजनों की बदौलत डेढ़-दो लाख की बुलेट पर सवार हो जाते हैं. वहीं बुलेट में ओरिजनल साइलेंसर निकलवा कर तेज और तीखी आवाज वाला साइलेंसर लगवा कर सड़क मे चलने वाले दूसरे लोगों के लिए सिर दर्द बन जाते हैं. लिहाजा सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता को मिल रहे इनपुट और लोगों की परेशानी को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने ऐसे बुलेट राजाओं की क्लास लेने का फैसला लिया.
ध्वनि प्रदूषण फैला रहे थे बुलेट राजा
अम्बिकापुर की यातायात पुलिस और कोतवाली थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ऐसे 35 बुलेट राजा की बुलेट को जब्त किया, जो साइलेंसर बदलवा कर बुलेट से कभी पटाखा की आवाज निकालते थे,तो कभी बंदूक की आवाज निकालते थे. इन सभी के वाहन जप्त करने के बाद जब साइलेंसर की जांच की गई तो हैरानी वाली बात सामने आई.दरअसल, 35 मे 30 ऐसे बुलेट चालक थे जो अपने बुलेट का ओरिजनल साइलेंसर बदलवा चुके थे और शहर में ध्वनि प्रदूषण का कारण बने हुए थे. इसके बाद सभी बुलेट के तेज आवाज वाले साइलेंसर को निकलवा कर जब्त कर लिया गया है. साथ ही युवाओं को ये समझाइश देकर छोड़ा गया है कि अगर फिर ऐसे साइलेंसर का प्रयोग किया गया तो जब्ती के साथ चालानी कार्रवाई भी की जाएगी.
पुलिस ने बताया
एसपी भावना गुप्ता ने इस कार्रवाई की जिम्मेदारी डीएसपी प्रशांत देवांगन को दी थी. वहीं जांच अधिकारी प्रशांत देवांगन बताते हैं कि शहरवासियों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थी कि बुलेट चालक अमानक साइलेंसर लगाकर घूम रहे हैं और पटाखा फोड़ रहे हैं. इस शिकायत पर एसपी भावना गुप्ता के निर्देश पर शहर के चौपाटी, आकाशवाणी चौक, घड़ी चौक, गांधी चौक पर प्वाइंट लगाया गया था. हमारी टीम में 20 जवान तैनात थे, जिनके द्वारा करीब 34 बुलेट को पकड़ा गया. इसमें 4-5 बुलेट्स ही ऐसे थे जिनके साइलेंसर सही पाए गए. बाकी के साइलेंसर निकलवाने की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन्हें समझाइश दी जा रही है कि ऐसी गतिविधि ना करें जिससे आमजनों को कोई परेशानी हो.