एक्सप्लोरर
Advertisement
अम्बिकापुर में एक साल बाद भी पूरा नहीं सड़क रिपेयरिंग का काम, लापरवाही में बंद पड़ा है 22 करोड़ का प्रोजेक्ट
Ambikapur News: शासन से तो लगातार सड़कों के मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत होती रही लेकिन, निगम के अधिकारी व ठेकेदार इसके निर्माण को लेकर गंभीर नजर नहीं आए.
Municipal Corporation Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में ठेकेदार व अधिकारियों की हीला हवाली के कारण एक वर्ष में भी डामरीकरण का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. अभी भी शहर में 30 प्रतिशत से अधिक का डामरीकरण व पैच रिपेयरिंग का काम बाकी है. वर्तमान में भी लेबर नहीं होने के कारण ठेकेदार द्वारा काम बंद कर दिया गया है, लेकिन इन सब लापरवाहियों का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
अम्बिकापुर शहर के सड़कों की दशा वर्षों खराब है. जर्जर व गड्ढों में तब्दील सड़क पर लोगों को आवागमन में होने वाली समस्या के मद्देनजर अंबिकापुर नगर निगम द्वारा शासन से 22 करोड़ के डामरीकरण व पैच रिपेयरिंग के कार्यों की स्वीकृति कराई गई थी. पूर्व में नगर निगम को 5 व 7 करोड़ की स्वीकृति शासन से मिली, इसके बाद एकमुश्त 11 करोड़ के कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है और शासन लगभग अप्रैल माह में डामरीकरण के कार्य की शुरुआत की गई थी.
इस वजह से कार्य पूर्ण नहीं हो पाया
शासन से तो लगातार सड़कों के मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत होती रही लेकिन, निगम के अधिकारी व ठेकेदार इसके निर्माण को लेकर गंभीर नजर नहीं आए, यही वजह है कि एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी 22 करोड़ के डामरीकरण का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. डामरीकरण के दौरान अधिकारी कभी तापमान में गिरावट आने पर डामर के ठीक से नहीं चिपकने, कभी बारिश का हवाला दिया गया.
अधिकारियों की उदासीनता के कारण बंद रहा काम
इसके साथ ही टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी नगर निगम ने पूरे विधानसभा चुनाव के दौरान डामरीकरण का कार्य नहीं किया. चुनाव संपन्न होने के साथ ही सड़क मरम्मत का कार्य शुरू हुआ लेकिन इस बीच भी ठेकेदार व निगम के अधिकारियों की उदासीनता के कारण काम बंद रहा और वर्तमान में भी डामरीकरण का काम बंद है. ऐसे में जिस कार्य को पहले ही पूर्ण हो जाना चाहिए था वो अब तक जारी है. अधिकारी अभी भी मई महीने तक डामरीकरण का कार्य पूर्ण होने की बात कह रहे है.
निर्माण के बाद उधड़ रही सड़क
अम्बिकापुर शहर में करोड़ों रुपए खर्च कर निगम द्वारा सड़क पर डामरीकरण का कार्य जा रहा है लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि निर्माण के बाद से कई स्थानों पर सड़क से डामर व गट्टी अलग हो गई है. सड़क उधड़ने के साथ ही छरें सड़क पर बिखरे पड़े है. हालांकि इसे लेकर अधिकारियों का कहना है कि तापमान में होने वाले परिवर्तन के इस तरह की स्थिति बन रही है लेकिन कई स्थानों पर डामरीकरण के बाद सड़क का यही हाल है. वहीं कई स्थानों पर बनने के बाद सड़क पर खुदाई कर दी गई और अब सड़क पर गड्ढे होने के साथ ही सड़क उधड़ रही है. ऐसे में 22 करोड़ की सड़क ज्यादा दिनों तक शहर की जनता को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाएगी.
ठेकेदारों को नहीं हो रहा भुगतान
नगर निगम हमेशा से ही आर्थिक तंगी से जूझता रहा है. वर्तमान में नगर निगम द्वारा जो कार्य कराए जा रहे है उसके लिए शासन से पूर्व में स्वीकृति मिल गई थी. निगम द्वारा दो ठेकेदारों की मदद से डामरीकरण का कार्य कराया जा रहा है लेकिन ठेकेदारों द्वारा किए गए कार्यों का भुगतान साढ़े तीन करोड़ से अधिक शासन की ओर से जारी नहीं किया गया जबकि यह राशि पूर्व से स्वीकृत थी. इस दौरान अधिकारियों ने ठेकेदारों से अतिरिक्त कार्य भी करा लिए. अब जाकर शासन से निगम को स्वीकृत राशि की किश्त जारी की गई है जिसके बाद एक करोड़ का भुगतान किया गया है. हालांकि शहर में 22 करोड़ की लागत से डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है और अभी भी शहर में लगभग 7 करोड़ रुपए के कार्य किए जाने शेष है.
अप्रैल तक का दिया है समय
अम्बिकापुर नगर निगम के महापौर डॉ अजय तिर्की ने बताया कि, शहर में कुल 22 करोड़ के कार्य स्वीकृत हुए थे. अभी भी 5 से 6 करोड़ का काम शेष रह गया है. गुवात्ता पूर्ण निर्माण को अप्रैल माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है. जिन स्थानों पर सड़कों से संबंधी शिकायतें मिल रही है वहां जांच कराई जाएगी.
अम्बिकापुर शहर के सड़कों की दशा वर्षों खराब है. जर्जर व गड्ढों में तब्दील सड़क पर लोगों को आवागमन में होने वाली समस्या के मद्देनजर अंबिकापुर नगर निगम द्वारा शासन से 22 करोड़ के डामरीकरण व पैच रिपेयरिंग के कार्यों की स्वीकृति कराई गई थी. पूर्व में नगर निगम को 5 व 7 करोड़ की स्वीकृति शासन से मिली, इसके बाद एकमुश्त 11 करोड़ के कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है और शासन लगभग अप्रैल माह में डामरीकरण के कार्य की शुरुआत की गई थी.
इस वजह से कार्य पूर्ण नहीं हो पाया
शासन से तो लगातार सड़कों के मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत होती रही लेकिन, निगम के अधिकारी व ठेकेदार इसके निर्माण को लेकर गंभीर नजर नहीं आए, यही वजह है कि एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी 22 करोड़ के डामरीकरण का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. डामरीकरण के दौरान अधिकारी कभी तापमान में गिरावट आने पर डामर के ठीक से नहीं चिपकने, कभी बारिश का हवाला दिया गया.
अधिकारियों की उदासीनता के कारण बंद रहा काम
इसके साथ ही टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी नगर निगम ने पूरे विधानसभा चुनाव के दौरान डामरीकरण का कार्य नहीं किया. चुनाव संपन्न होने के साथ ही सड़क मरम्मत का कार्य शुरू हुआ लेकिन इस बीच भी ठेकेदार व निगम के अधिकारियों की उदासीनता के कारण काम बंद रहा और वर्तमान में भी डामरीकरण का काम बंद है. ऐसे में जिस कार्य को पहले ही पूर्ण हो जाना चाहिए था वो अब तक जारी है. अधिकारी अभी भी मई महीने तक डामरीकरण का कार्य पूर्ण होने की बात कह रहे है.
निर्माण के बाद उधड़ रही सड़क
अम्बिकापुर शहर में करोड़ों रुपए खर्च कर निगम द्वारा सड़क पर डामरीकरण का कार्य जा रहा है लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि निर्माण के बाद से कई स्थानों पर सड़क से डामर व गट्टी अलग हो गई है. सड़क उधड़ने के साथ ही छरें सड़क पर बिखरे पड़े है. हालांकि इसे लेकर अधिकारियों का कहना है कि तापमान में होने वाले परिवर्तन के इस तरह की स्थिति बन रही है लेकिन कई स्थानों पर डामरीकरण के बाद सड़क का यही हाल है. वहीं कई स्थानों पर बनने के बाद सड़क पर खुदाई कर दी गई और अब सड़क पर गड्ढे होने के साथ ही सड़क उधड़ रही है. ऐसे में 22 करोड़ की सड़क ज्यादा दिनों तक शहर की जनता को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाएगी.
ठेकेदारों को नहीं हो रहा भुगतान
नगर निगम हमेशा से ही आर्थिक तंगी से जूझता रहा है. वर्तमान में नगर निगम द्वारा जो कार्य कराए जा रहे है उसके लिए शासन से पूर्व में स्वीकृति मिल गई थी. निगम द्वारा दो ठेकेदारों की मदद से डामरीकरण का कार्य कराया जा रहा है लेकिन ठेकेदारों द्वारा किए गए कार्यों का भुगतान साढ़े तीन करोड़ से अधिक शासन की ओर से जारी नहीं किया गया जबकि यह राशि पूर्व से स्वीकृत थी. इस दौरान अधिकारियों ने ठेकेदारों से अतिरिक्त कार्य भी करा लिए. अब जाकर शासन से निगम को स्वीकृत राशि की किश्त जारी की गई है जिसके बाद एक करोड़ का भुगतान किया गया है. हालांकि शहर में 22 करोड़ की लागत से डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है और अभी भी शहर में लगभग 7 करोड़ रुपए के कार्य किए जाने शेष है.
अप्रैल तक का दिया है समय
अम्बिकापुर नगर निगम के महापौर डॉ अजय तिर्की ने बताया कि, शहर में कुल 22 करोड़ के कार्य स्वीकृत हुए थे. अभी भी 5 से 6 करोड़ का काम शेष रह गया है. गुवात्ता पूर्ण निर्माण को अप्रैल माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है. जिन स्थानों पर सड़कों से संबंधी शिकायतें मिल रही है वहां जांच कराई जाएगी.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
इंडिया
Advertisement
प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
Opinion