Ambikapur: फ्रांस तक पहुंची अंबिकापुर के कचरा प्रबंधन मॉडल की चर्चा, कई देशों ने की सराहना
Chhattisgarh: इस अंतराष्ट्रीय मंच पर अंबिकापुर नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई ने शहर में चल रहे एस.एल.आर.एम मॉडल के बारे में स्पीच दी, कई देशों के प्रतिनिधियों ने अम्बिकापुर शहर को रोल मॉडल बताया.
Ambikapur News: देश में अपनी स्वच्छता को लेकर कई वर्षों से चर्चा में रहने वाले अम्बिकापुर शहर के स्वच्छता मॉडल की चर्चा अब समुंदर पार भी होने लगी है. फ़्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित एक कार्यक्रम के लिए अम्बिकापुर नगर निगम को नामिनेट किया गया था, नगर निगम कमिश्नर इस अंतराष्ट्रीय फ़ोरम में शामिल होने के लिए वहां गई थीं और उन्होंने वहां शहर में स्थापित स्वच्छता मॉडल को विश्व के कई देशों के प्रतिनिधियों के सामने रखा. अम्बिकापुर शहर के इस मॉडल की सभी ने सराहना की.
अम्बिकापुर नगर निगम ने दिग्गजों के साथ साझा किया मंच
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर नगर निगम की आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई को नामिनेट कर फ़्रांस के पेरिस शहर में 26 से 28 मई तक “इंटरनेशनल फ़ोरम टू इंड प्लास्टिक पाल्यूशन इन सिटिज” और “द वाइस ऑफ सिटिज एंड रीजन ऑफ प्लास्टिक पाल्यूशन” कार्यक्रम में भेजा गया था. दरअसल इस इंटरनेशनल फ़ोरम में स्पीच देने के लिए अम्बिकापुर आयुक्त का चयन किया गया था. निगम आयुक्त इस कार्यक्रम में मॉडरेटर पेरिस के डिप्टी जनरल सेकेट्री कोबिन ब्रांड, फ़िलिपींस के क्यूजन सिटी के मेयर डेलीगेट ज्वाय बेलमोंटी और कनाडा के डेलीगेट माइकल बॉइसवर्ट के साथ मंच पर नज़र आईं.
कार्यक्रम में अम्बिकापुर के एस.एल.आर.एम मॉडल के बारे में दी जानकारी
इस अंतराष्ट्रीय मंच पर कमिश्नर प्रतिष्ठा ममगाई ने अम्बिकापुर शहर में चल रहे एस.एल.आर.एम मॉडल के बारे में स्पीच दी, जिसमें डोर टू डोर कचरा कलेक्शन से मिलने वाले कचरे के प्राइमरी, सेकेंड्ररी और टर्सरी सेग्रीगेशन और प्लास्टिक से दाना बनाने के बारे लोगों को जानकारी दी. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर शहर की निगम आयुक्त ने वहां बताया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली स्वच्छता दीदियों के माध्यम से 63 प्रकार के प्लास्टिक का सेग्रीगेशन करने से नॉन रिसाइक्लेबल वेस्ट 10 परसेंट बचता है जिसे सीमेंट प्लांट भेजा जाता है. इस अंतराष्ट्रीय फ़ोरम में अपने स्पीच में कमिश्नर ममगाई ने बताया कि प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए शहर में दीदी बर्तन बैंक और गार्बेज कैफ़े संचालित हैं. इसके अलावा कचरा कलेक्शन के लिए शहरवासियों के सहयोग के यूज़र चार्ज भी दिया जाता है और कचरे के सूक्ष्मता से अलग कर उसकी बिक्री से भी आय प्राप्त होती है.
अंबिकापुर के कचरा प्रबंधन मॉडल के बारे में दी जानकारी
फ़्रांस के पेरिस शहर में आयोजित इस अंतराष्ट्रीय कार्यक्रम में शामिल अम्बिकापुर निगम कमिश्नर ने फोरम में उपस्थित अन्य देश और शहरों के प्रतिनिधि मंडल को ये बताया कि पिछले कुछ महीनों में देश के 10 राज्यों की टीम भी यहां के स्वच्छता मॉडल को देखने का चुकी है. साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि शहर के कचरे के प्रोसेसिंग और विक्रय के डिजिटलाइजेशन के लिए भारत सरकार द्वारा अम्बिकापुर शहर को मॉडल के रूप में चयनित कर अब संसाधन पोर्टल का काम भी शुरू कर दिया गया है. इस आयोजन में मॉडरेटर कोबिन ब्रांड समेत अन्य उपस्थित डेलीगेट ने छोटे और मध्यम शहरों के लिए अम्बिकापुर शहर को रोल मॉडल बताया.
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