Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Surguja) जिले में स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से दो दिन पहले तीन अपचारी बालक फरार हो गए थे जिन्हें पुलिस ने सकुशल पकड़कर वापस बाल संप्रेक्षण गृह को सौंप दिया है. बता दें कि, बाल संप्रेक्षण गृह से फरार तीनों बालक कोरोना पॉजिटिव थे, ऐसे में पुलिस ऐसे लोगों की जानकारी जुटा रही है जो इन बालकों के संपर्क में आए हों ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है.


आइसोलेशन का फायदा उठाकर फरार
दरअसल, बाल संप्रेक्षण गृह में बंद 12 अपचारी बालक समेत केन्द्र का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था जिसके बाद चिकित्सकों की सलाह पर कोरोना पॉजिटिव बालकों को आइसोलेशन पर अलग-अलग कमरे में रखा गया था. इसी दौरान गुरुवार रात कोरिया जिले के दो और सरगुजा जिले का एक बालक आइसोलेशन का फायदा उठाकर बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हो गए. अगली सुबह प्रबंधन की सूचना पर गांधीनगर पुलिस टीम ने बालकों के भागने के संदिग्ध ठिकानों और उनके परिवारजनों से संपर्क कर उनकी खोजबीन की लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका.


Bastar News: बस्तर के फेमस वॉटरफॉल्स तक पहुंचना अब होगा रोमांच भरा, सैलानी कर सकेंगे जिप्सी सफारी की सवारी


तीनों को पकड़ा गया
इसके बाद पुलिस ने विशेष टीम गठित कर फिर से तलाश शुरू की तो पुलिस को सफलता मिली. पुलिस ने तीनों फरार बालकों को पकड़कर बाल संप्रेक्षण प्रभारी को सौंप दिया है. चूंकि फरार तीनों बालक कोरोना पॉजिटिव थे, ऐसे में बालकों के भागने के दौरान उनके संपर्क में आए लोगों में कोरोना फैसले का खतरा है जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस टीम उन बालकों के संपर्क में आए लोगों की भी जानकारी जुटा रही है ताकि कोरोना संक्रमण ना फैले.


एएसपी ने क्या बताया
एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि, दो दिन पूर्व थाना गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाल संप्रेक्षण गृह से तीन अपचारी बालक फरार हो गए थे, जिसमें से दो कोरिया और एक अजिरमा क्षेत्र अम्बिकापुर का रहने वाला था. इसकी सूचना मिलने पर तत्काल एक विशेष टीम गठित कर खोजबीन की गई. तीनों बालकों को पकड़ने में सरगुजा पुलिस को सफलता मिली है. तीनों को बाल संप्रेक्षण गृह में वापस भेज दिया गया है. कोरोना गाइडलाइन के तहत वे कहां-कहां गए थे इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.


Bastar News: 613 साल पुरानी परंपरा निभाकर गोंचा महापर्व का समापन, तुपकी से दी गई भगवान जगन्नाथ को सलामी