Ambikapur Crime News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में ठगी का अनोखा मामला सामने आया है. यहां सूरजपुर जिले में स्थित ससुराल से अपने मायके अंबिकापुर आई महिला और उसकी भतीजी से 15 जनवरी को दो युवक सोने का जेवर लेकर फरार हो गया था. महिला को ठगों ने घर में बड़ी अनहोनी होने का डर दिखाया था. इस घटना के कुछ दिन बाद ही इसी तरह ठगी के आरोपियों ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में भी घटना को अंजाम दिया था. अंबिकापुर में ठगी का शिकार हुई महिला की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी. इसी बीच पुलिस ने नई तकनीक के माध्यम से जानकारी इकट्ठा कर अंतरराज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.


महिला को पहले डराया


सूरजपुर निवासी निशा अग्रवाल अपने मायके अंबिकापुर आई थी. उसने 15 जनवरी की शाम अंबिकापुर कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में बताया कि वह अपनी भतीजी के साथ पुराना बस स्टैंड के पास काम से गई थी. इसी दौरान दो युवक उनके पास आये और पतंजलि स्टोर का पता पूछने लगे. तब दोनों ने युवकों को जानकारी नहीं होने की बात कही और आगे बढ़ गए. तब दोनों युवकों ने महिला और उसकी भतीजी को रोक लिया और घर में बड़ी अनहोनी कहकर पूजा पाठ कर समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया. दोनों युवकों के कहे अनुसार उसने अपने पहने हुए सोने के जेवरात और नगद 1200 रुपये निकालकर भतीजी को दिया. इस बीच दोनों ने कहा कि बिना पीछे देखे वह आगे चलते जाए. जब महिला आगे जाने लगी तो दोनों युवकों ने उसकी भतीजी से सोने के जेवरात और नगद रकम लेकर अपने अन्य दो साथियों के साथ बाइक में बैठकर फरार हो गए. 


पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34, 417 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू की. सरगुजा रेंज आईजी राम गोपाल गर्ग के मार्गदर्शन और सरगुजा एसपी भावना गुप्ता के निर्देश परअंबिकापुर कोतवाली थाना प्रभारी रूपेश नारंग द्वारा आरोपियों को पकड़ने जांच शुरू की गई. इसी बीच यह पता चला कि मनेंद्रगढ़ में भी ऐसे ही वारदात को अंजाम दिया गया. इसके बाद पुलिस ने नई तकनीक के माध्यम से छानबीन की और सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसके बाद आरोपियों का सुराग मिला. इसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से आरोपी सादिक, जाफर, अकिल और दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने दोनों ठगी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दुपहिया वाहन, 4 नग मोबाईल और 75 ग्राम सोना बरामद किया.


जांच दल में शामिल अधिकारी-कर्मचारी


इस कार्रवाई में अंबिकापुर कोतवाली प्रभारी रूपेश नारंग, उप निरीक्षक डाकेश्वर सिंह, सहायक उप निरीक्षक भूपेश सिंह, विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, बृजेश रॉय शामिल थे. इसके अलावा अशोक यादव, अमित विश्वकर्मा, कुंदन सिंह, मुकेश चौधरी, गणेश कदम, शिव राजवाड़े और साइबर सेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इसके अलावा मनेंद्रगढ़ पुलिस टीम से सचिन सिंह, सहायक उप निरीक्षक विनय तिवारी, प्रधान आरक्षक इस्तेयाक, आरक्षक शंभू यादव और पुस्कल सिन्हा शामिल थे.


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