Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मरवाही के विधायक अमित जोगी (Amit Jogi) अपने पांच दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हुए हैं. इस दौरान वे लगातार बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों का दौरा कर अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए रिचार्ज करने में जुट गये हैं. शनिवार को जगदलपुर शहर में कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद विधायक अमित जोगी ने संसदीय सचिव और जगदलपुर के कांग्रेसी विधायक रेखचंद जैन को रेत माफिया बताया. अमित जोगी ने कहा कि प्रदेश के बाकी जिलों की तरह बस्तर जिले में भी जमकर गौण खनिज का अवैध उत्खनन किया जा रहा है.
विधायक के श्रेय में ही रेत माफिया सक्रिय होकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं और करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे हैं. अमित जोगी ने कहा कि अगर मैं गलत बोल रहा हूं तो मेरे खिलाफ केस दर्ज करें मैं कोर्ट में इसे साबित करने के लिए तैयार हूं. यही नहीं अमित जोगी ने बीजेपी के पूर्व विधायक संतोष बाफना पर भी रेत माफिया होने का आरोप लगाया.
पिछले 20 सालों से हो रहा दोहन
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि राज्य गठन के बाद से बीजेपी और कांग्रेस बस्तर में भोले-भाले लोगों को धोखा देकर जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. विकास के नाम पर जनता से सिर्फ छलावा किया जा रहा है. बस्तर के जल, जंगल, जमीन और गौण खनिजों का लंबे समय से दोहन किया जा रहा है. प्रदेश के बाकी जिलों की तरह ही बस्तर की इंद्रावती नदी और अन्य सहायक नदियों से रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है.
इसके गुनहगार जगदलपुर के पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक हैं. अमित जोगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जगदलपुर के वर्तमान विधायक रेखचंद जैन और बीजेपी के पूर्व विधायक संतोष बाफना रेत माफिया हैं. उन्होंने कहा कि अगर मैं गलत बोल रहा हूं, तो मुझ पर केस कर दो, मैं कोर्ट में साबित करने के लिए तैयार हूं.
DMFT फंड में भी भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
इसके अलावा अमित जोगी ने जिला खनिज न्यास (DMFT) में भी यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया. अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद संभाग के अलग-अलग जिलों से DMFT फंड के नाम पर 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा लिए जा चुके हैं , लेकिन इसमें से 50 करोड़ रुपये का भी विकास कार्य नहीं हुआ.
DMFT की पूरी राशि को अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा बंदरबांट कर लिया गया. यहां के नेता केवल और केवल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. बीजेपी शासनकाल के 15 साल में भी आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन को लूटने का काम बीजेपी के नेताओं ने किया. वहीं कांग्रेस के 4 साल के कार्यकाल में भी बस्तर में यही हो रहा है. केवल और केवल प्रदेश में घोटाला और भू माफिया रेत माफियाओं को श्रेय देकर जमकर पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: Kabirdham Violence: कबीरधाम में पूजा स्थल को लेकर हुए विवाद के बाद हिंसा, 12 पुलिसकर्मी घायल