Anganwadi Workers Strike: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के 3 साल पूरे हो गए हैं लेकिन वादे अब भी अधूरे हैं. वादे पूरे नहीं होने पर प्रदेश में 1 लाख से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है. सरकार से नाराज प्रदेश भर की हजारों महिलाएं राजधानी रायपुर में जुटीं हैं और कांग्रेस सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं. अभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को महीने में केवल 6 हजार 500 मानदेय मिलता है. मानदेय में साढ़े चार हजार केंद्र सरकार और 2 हजार राज्य सरकार भुगतान करती है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल से सरकारी योजनाएं प्रभावित
कार्यकर्ताओं का कहना है कि बढ़ती महंगाई से घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और परिवार का पेट चलाना मुश्किल हो गया है. 10 दिसंबर से बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संयुक्त मंच के बैनर तले हड़ताल पर हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि मानदेय बढ़ाकर प्रति माह 18 हजार रुपए किया जाए. उनकी एक अन्य मांग है कि कोरोना काल में जान गंवानेवाली कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल से सरकारी योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन प्रभावित हुआ है. सत्ता में आने से पहले कांग्रेस पार्टी ने कार्यकर्ताओं को पहले नर्सरी शिक्षक और कलेक्टर दर पर वेतन देने का वादा किया था.