Kanker News: छत्तीसगढ़ के कांकेर (Kanker) जिले के अंतागढ़ ब्लॉक (Antagarh Block) में ग्रामसभा के बीच फॉरेस्ट के बीट गार्ड (Forest Beat Guard) ने एक ग्रामीण को तमाचा जड़ दिया जिससे नाराज गांव वालों ने भी बीट गार्ड की पिटाई कर दी. मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. दरअसल तालबेड़ा और मड़का गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि बीट गार्ड रूपेश कोर्राम ने ग्रामसभा के बीच गांव के ही मोहन दर्रो नाम के व्यक्ति द्वारा शिकायत करने से नाराज होकर हाथ उठाया जिसके बाद दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई.


इस दौरान गांववालों ने बीट गार्ड को रोकने की कोशिश की लेकिन उसने गांव वालों से भी मारपीट करने की कोशिश की. मड़का गांव के सरपंच ने बीट गार्ड की शिकायत थाने में दर्ज कराने की बात कही है.


 ग्राम सभा के बीच बीट गार्ड ने ग्रामीण को जड़ा तमाचा 
दरअसल जिले के अंतागढ़ ब्लॉक के वन परीक्षेत्र के ग्राम मड़का के बीट गार्ड के खिलाफ ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले शिकायत की थी. तालबेड़ा के आश्रित गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर से लिखित शिकायत की थी कि बीट गार्ड रूपेश कोर्राम के द्वारा उन्हें जबरन परेशान किया जा रहा है. मड़का गांव वालों को सामूहिक वन संसाधन अधिकार पत्र मिलने के बावजूद भी बिना ग्रामसभा के अनुमति के गांव में निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, साथ ही बिना जानकारी के पेड़ों की कटाई भी कराई जा रही है.


गांव वालों ने जब सामुदायिक वन संसाधन पत्र मिलने की बात कही जिसमें जंगल प्रबंधन का ग्राम सभा को अधिकार होने का हवाला दिया गया है और ग्राम सभा में किसी तरह का प्रस्ताव भी लिए जाने के नियम बताए तो बीटगार्ड ने इन सारे नियमों को नहीं मानने की बात कहते हुए पूरे गांव को खाली करवाने की धमकी दी, जिसकी शिकायत कलेक्टर से करने के बाद बीटगार्ड आग बबूला हो गया और मंगलवार की सुबह तालबेड़ा और मड़का गांव की सामूहिक बैठक में मौजूद बीटगार्ड ने गांव के व्यक्ति मोहन दर्रो के द्वारा शिकायत करने से नाराज होकर उसे तमाचा जड़ दिया और उसके साथ हाथापाई भी की. नाराज ग्रामीणों ने थाने में बीट गार्ड की शिकायत करने की बात कही है. गांव के सरपंच का कहना है कि बीट गार्ड की मनमानी से पूरा गांव परेशान है.


बीट गार्ड पर चल रही विभागीय जांच
इधर फॉरेस्ट विभाग के मड़का क्षेत्र के बीट गार्ड रूपेश कोर्राम का कहना है कि ग्रामीणों को जो सामुदायिक वन संसाधन पत्र अधिकार मिला है वह सही नहीं है. उसने कहा कि गांव वाले विभाग द्वारा गांव में कराए जा रहे काम और बांस की कूप कटाई में रोक टोक कर रहे थे. गार्ड ने आरोप लगाया कि गांव वालों ने उसे फंसाने के लिए जबरन उसकी शिकायत कलेक्टर और डीएफओ से कर दी थी, जिससे वह नाराज था.  इधर इस मामले में कांकेर जिले के डीएफओ आलोक बाजपेयी ने बताया कि बीट गार्ड के द्वारा मारपीट किये जाने का वीडियो सामने आया है. एक दिन पहले ही बिट गार्ड की गांव वालों ने शिकायत की थी जिसके बाद बीट गार्ड रूपेश कोर्राम के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने पर बीट गार्ड पर कार्रवाई की जाएगी.


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