Chhattisgarh News: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ आने पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. अमित शाह के बाद अब छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव (Arun Sao) ने राहुल गांधी से कुछ तीखे सवाल किए हैं. अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी को बताना होगा कि क्या वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के अलग झंडे की मांग का समर्थन करते हैं.


अरुण साव ने कहा, ''राहुल गांधी को बताना पड़ेगा कि क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस की तरह 370 की वापसी कर जम्मू कश्मीर में फिर से दहशतगर्दी और आतंकवाद के दौर को वापस लाना चाहती है. कांग्रेस को यह भी बताना होगा कि क्या कश्मीर के युवाओं से वार्ता करने की जगह पाकिस्तान से वार्ता करके जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का दौरा वापस लाना चाहती है?''


क्या कांग्रेस आतंकी फंडिंग का समर्थन करती है- अरुण साव
डिप्टी सीएम ने आगे पूछा, ''कांग्रेस को स्पष्ट करना होगा कि क्या वो एलओसी ट्रेड शुरू करने के मुद्दे का समर्थन करके आतंकवादी और अलगाववादी ताकतों की फंडिंग का समर्थन करती है. यह स्पष्ट करना होगा कि जो पत्थरबाज और आतंकवादी जेल में हैं उनकी नौकरी की बहाली का समर्थन कर जम्मू कश्मीर में अराजकता को बढ़ावा देना चाहती है?''






आरक्षण विरोधी है कांग्रेस - अरुण साव
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा, ''कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा फिर से बेनकाब हुआ है. आज 370 और 35 ए की समाप्ति के बाद दलितों, गुज्जरों और बक्करवालों को आरक्षण का लाभ मिलना प्रारंभ हुआ. कांग्रेस पार्टी उसकी विरोधी है यह स्पष्ट हो गया है. कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ जुड़कर फिर से कुछ गिने चुने पाकिस्तान समर्थित परिवारों के हाथ में जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को सौंपकर बाकी जनता के साथ अन्याय करना चाहती है.''


उन्होंने आगे कहा, ''कांग्रेस को यह भी साफ करना होगा कि क्या घाटी में विभेद पैदा करना चाहती है. कांग्रेस को यह भी स्पष्ट करना होगा कि क्या वो कश्मीर की ऑटोनामी का समर्थन करके विभाजनकारी सोच का समर्थन करती है?''


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