Arvind Kejriwal In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन इस बीच अब आम आदमी पार्टी की एंट्री हो गई है. अगले महीने 5 मार्च को आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में अपने चुनावी अभियान का आगाज करेगी. इसमें आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आएंगे. इसके अलावा केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी रायपुर आएंगे.


अगले महीने आ रहे हैं केजरीवाल और पंजाब के सीएम मान 


दरअसल सोमवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि अगले महीने 5 मार्च को आम आदमी पार्टी का प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन है. उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता सम्मेलन पहले 19 मार्च को करने का प्रस्ताव था लेकिन अब 5 मार्च को प्रदेश कार्यकर्ता सम्मेलन किया जाएगा. इसमें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आना अब फाइनल हो गया है. प्रदेश अध्यक्ष ने ये भी बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने अरविंद केजरीवाल के साथ रायपुर आ रहे हैं.


छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव पर AAP की नज़र


बता दें कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी देश में लगातार अपने चुनावी अभियान को आगे बढ़ रही है. पंजाब में आम आदमी पार्टी की एकतरफा जीत ने पार्टी ने अब आने वाले विधानसभा चुनावों में हाथ आजमाना चाहती है. इस साल 9 राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का फोका सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ पर है. क्योंकि राज्य में आम आदमी पार्टी के संगठन को विस्तार किया जा रहा है. प्रदेशभर संजीव झा ने सभी जिला में जिला प्रभारी और जिला सचिव ,लोकसभा प्रभारी और लोकसभा सचिव की घोषणा कर दी गई है. विधानसभा वार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से चर्चा कर 455 ब्लॉक अध्यक्ष भी नियुक्त किए जा चुके हैं.
 
आम आदमी पार्टी कांग्रेस को पहुंचा सकती है नुकसान


गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के चुनावी मौसम में आम आदमी पार्टी के एंट्री पर राजनीतक पंडितों का कहना है कि राज्य में सबसे मजबूत पार्टी कांग्रेस है. इसके बाद बीजेपी, जेसीसी जे और बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा में सदस्य है. लेकिन आम आदमी पार्टी से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है. क्योंकि 90 में से 71 विधायक कांग्रेस के ही है. आम आदमी पार्टी के वोट प्रतिशत बढ़ने से कांग्रेस के वोट कट सकते है.


 इसके दूसरे पार्टियों को फायदा मिल सकता है. ये गुजरात चुनाव में भी देखने को मिला था. गुजरात में आम आदमी पार्टी के चुनाव लडने से कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. राजनीतक पंडितों ने ये भी बताया कि 2018 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत 1 से भी कम रहा है तो छत्तीसगढ़ में झाड़ू चलने के आसार कम है.


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