Bastar News: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) से पहले ही बस्तर (Bastar) में माहौल राममय हो गया है. छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 21 जनवरी रविवार की देर शाम दलपत सागर में ढाई लाख दिए जलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी कर ली गई है. ऐतिहासिक दलपत सागर प्रदेश का सबसे बड़ा तालाब है. इस दौरान दलपत सागर में पहली बार मानस गान कलाकार फ्लोटिंग जेट्टी में बैठकर अपनी प्रस्तुति देंगे. फ्लोटिंग जेट्टी ब्लॉक्स का एक समूह होता है जो कि पानी के ऊपर तैरता रहता है. इसी पर बैठकर कलाकार शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक मानस गान का पाठ करेंगे.


रविवार शाम को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेते हुए बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने बताया कि कार्यक्रम में करीब 60 हजार से ज्यादा बस्तरवासियों के जुटने की उम्मीद है. दीपोत्सव के लिए दीए और तेल आम जन और संस्थाओं ने भी दान किए हैं. विशेष आकर्षण फ्लोटिंग जेट्टी गुजरात से मंगाई गई है जिस पर बैठकर स्थानीय कलाकारों द्वारा मानस गान का पाठ किया जाएगा. बस्तर में पहली बार इस तरह किसी मानस गान का पाठ किया जा रहा है. कार्यक्रम को लेकर स्थानीय लोगों में भी जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है. सभी संगठन बढ़ चढ़कर दीपोत्सव की तैयारी में जुटे हुए हैं. पूरे शहर को एक दिन पहले ही अयोध्या के रंग में रंग दिया गया है.


बीते साल 2 लाख दिए जलाकर बनाया था रिकार्ड
खास बात यह है कि इससे पहले बीते साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दलपत सागर में 2 लाख दीए प्रज्ज्वलित कर रिकॉर्ड बनाया गया था. इसमें बस्तर के स्थानीय लोगों के अलावा बड़ी संख्या में पर्यटकों ने भी और बस्तर संभाग के अन्य जिलों से भी लोगों ने हिस्सा लिया था. दीपों से जगमगाता दलपत सागर का नजारा देखते ही बन रहा था. दो लाख दीए जलाकर पूरे प्रदेश में रिकॉर्ड बनाया गया था. वहीं रविवार शाम को दीपोत्सव  के मौके पर ढाई लाख दिए प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए शहर के कई रूट को भी डायवर्ट किया गया है, ताकि किसी तरह से  शहर में जाम की पैदा ना हो सके.  जिला प्रशासन और निगम प्रशासन के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच रहे हैं.


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