Jashpur News: आयुष चिकित्सा पद्धति से जिंदगी हो रही खुशहाल, अब तक जिले के 25 हजार लोगों को मिला योजना का लाभ
Ayush System Of Medicine: जिले में समय-समय पर आयुष स्वास्थ्य मेले का भी आयोजन किया जाता है जिसमें आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार कर घरेलू औषधियों के उपयोग के लिए चिकित्सकों द्वारा जानकारी दी जाती है.
Jashpur News: आयुष चिकित्सा पद्धति (Ayush System Of Medicine) आज की इस तेज रफ्तार वाली जिंदगी में मानव सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. आयुष विभाग (Ayush Department) द्वारा आमजनों को आयुष चिकित्सा (Ayush Medicine) के अनुरूप खुशहाल व स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर सुखी स्वस्थ जीवन जीने व प्रकृति से जुड़े रहने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. आयुष विभाग का यह महत्वकांक्षी तथा जन कल्याणकारी कार्यक्रम जिले में पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहा है.
क्यों बढ़ती जा रही है आयुष विभाग की उपयोगिता
वर्तमान परिदृश्य में हर कोई किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं. साथ ही अंग्रेजी दवाओं पर निर्भरता बढ़ती जा रही है. ऐसे में आयुष विभाग की उपयोगिता निरंतर बढ़ती जा रही है. आयुष चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा रोगियों के स्वास्थ्य की निरंतर देखभाल की जा रही है तथा आवश्यक होने पर शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य परामर्श भी प्रदान किया जा रहा है. इसके साथ-साथ आहार-विहार संबंधित दिशा-निर्देश भी रोगियों को दिए जा रहे हैं जिससे वे शीघ्र स्वास्थ्य लाभ पा सकें.
पिछले साल 25 हजार लोगों को दिया गया लाभ
जिला जशपुर में अधीनस्थ 58 संस्थाएं हैं जिसके अंतर्गत आयुष पॉलीक्लीनिक, आयुष विंग, थेरेपी सेंटर, क्लीनिक, आयुर्वेद, होम्योपैथी औषधालय सहित सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सा संचालित हैं. विभाग द्वारा आयुर्वेद एवं होम्योपैथी औषधि तथा पंचकर्म, शिविर, स्वास्थ्य मेला सहित अन्य सेंटरों के माध्यम से दिसंबर 2022 में कुल 25,051 हितग्राहियों को औषधि वितरण कर निःशुल्क उपचार किया गया है जिसके अंतर्गत आयुष संस्थाओं द्वारा ओपीडी के माध्यम से 17,277 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है. इसी प्रकार हाट बाजार शिविर द्वारा लाभान्वित हितग्राहियों की संख्या 3149 है. सियान जतन क्लीनिक योजना में लाभान्वित हितग्राहियों की संख्या 1068, आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में लाभान्वित योग हितग्राहियों की संख्या 2793 एवं पंचकर्म में लाभान्वित हितग्राहियों की संख्या 764 है.
महीने में दो बार होता है निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
आयुष विभाग द्वारा हाट-बाजार योजनांतर्गत प्रत्येक माह पाक्षिक रूप से 2 बार हाट-बाजार में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर समय-समय पर शिविर आयुष स्वास्थ्य मेले का भी आयोजन किया जाता है जिसमें वृहद रूप से आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार कर घरेलू औषधियों के उपयोग के लिए चिकित्सकों द्वारा जानकारी दी जाती है. शिविर में आने वाले हितग्राहियों का उपचार तथा उनको निःशुल्क औषधि वितरण की जाती है. स्कूली छात्र छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें स्वस्थ रहने के लिये जागरूकता प्रदान की जा रही है.
सियान जतन क्लीनिक योजना से हो रहा वृद्धजनों का निशुल्क इलाज
इसी प्रकार सियान जतन क्लीनिक योजना से वृद्ध व्यक्तियों (60 वर्ष) का सप्ताह के प्रत्येक गुरुवार को निःशुल्क पंजीयन, उपचार, औषधि वितरण किया जाता है. साथ ही पंचकर्म चिकित्सा की आवश्यकता वाले वृद्धजन को पंचकर्म चिकित्सा की सुविधा दी जा रही है. योग शिविर का आयोजन एवं आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में प्रतिदिन योगाभ्यास जन सामान्य को कराया जा रहा है. वर्ष में 2 ब्लॉक स्तरीय तथा 1 जिला स्तरीय शिविर का आयोजन आयुष विभाग द्वारा सफलता पूर्वक किया जा रहा है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले आयुष काढ़ा का वितरण किया जा रहा है. आयुष विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में सहयोग किया जा रहा है. जिले में पदस्थ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा ग्रामीण जनों की सहायता से उनकी बाड़ियों में शत प्रतिशत मुनगा रोपण के साथ ही आंवला, तुलसी, हल्दी, गुडुची, नीम, करंज इत्यादि अन्य औषधीय पौधों का अधिक संख्या में रोपण किये जाने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं. आयुष मिशन योजना के तहत लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक जगह-जगह शिविर लगाए जा रहा हैं.
बड़ी संख्या में योजना से जुड़ रहे लोग
कैंप में लोगों को बताया जा रहा है कि आयुष के जरिए कैसे बीमारियों से दूर रहा जा सकता है. मौसमी बीमारियों एवं उनसे बचाव के लिये हितग्राहियों को घरेलू उपचार के संबंध में जन जागरूकता लायी गयी है जिसमें वृद्धावस्था योग, संतुलित आहार विहार, सहजन, रक्ताल्पता, कुपोषण से मुक्ति के संबंध में प्रचार प्रसार किया जा रहा है. साथ ही सूचना शिक्षा एवं संचार के माध्यम जैसे पैम्फ्लेट, ब्रॉसर, फ्लेक्स द्वारा भी लोगों को अधिक संख्या में आयुष चिकित्सा पद्धति द्वारा सफलतापूर्वक उपचार के लिए जागरूक किया जा रहा है जिससे यह योजना लोगों को भा रही है और अधिक से अधिक आमजन योजना से जुड़ते जा रहे हैं.
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