Chhattisgarh News: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी तो पीएफआई और बजरंग दल को कांग्रेस बैन कर देगी. ये वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया है. इस मामले में अब देशभर में बहस छिड़ गई है. बजरंग दल कांग्रेस के इस वादे पर सवाल उठा रही है तो बीजेपी कांग्रेस को सनातन विरोधी बताने में जुट गई है. इसका असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है. रायपुर में बीजेपी आज हनुमान चालीसा का पाठ करवा रही है. इसके एक दिन पहले कांग्रेस ने सुंदरकांड पाठ करवाया था.
बजरंग दल बैन की चर्चा पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजरंग दल को गुंडागर्दी संगठन बताया था और जरूरत पड़ने पर संगठन पर बैन लाने की बात कही थी. इसके बाद से छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने इसका कड़ा विरोध किया है. वहीं बजरंग दल और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने भी इस पर अपना विरोध जताया है. इसके बाद प्रदेश में राजनीति और तेज हो गई है. पहले कांग्रेस ने बजरंग दल के लोगों की सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड करवाया वहीं अब बीजेपी हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करवा रही है.
बीजेपी ने कहा किसी में इतना सामर्थ नहीं कि उन्हें रोक ले
शुक्रवार को राजधानी रायपुर में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर बैठकर कर हनुमान चालीसा का पाठ किया. इसके साथ बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सनातन धर्म विरोधी, हनुमत विरोधी कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए हनुमान चालीसा पाठ करवाया जा रहा है. इसके आगे उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति वाले बड़े-बड़े दानव आए जो बजरंगियों को नहीं रोक पाए तो आपकी क्या बिसात? भगवा धर्म ध्वजा लेकर बजरंगी छत्तीसगढ़ में धर्म की सेवा करते रहेंगे. किसी में इतना सामर्थ नहीं कि उन्हें रोक ले.
'बजरंग दल का पवन पुत्र की भक्ति से कोई लेना देना नहीं'
इसके जवाब में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बजरंग दल को आतंकी बताया है. उन्होंने कहा कि बजरंग दल का पवन पुत्र हनुमान की भक्ति से कोई लेना देना नहीं है. यह दल हिंदू धर्म के उत्थान के नाम पर आतंक मचा रहा है. युवाओं को प्रताणित करता है. अब बैन की चर्चा हो रही है तो भगवान की भक्ति का ढोंग कर रहे हैं. बजरंग दल ने देशभर के मंदिरों में कभी भी हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ नहीं किया. अब अचानक पाठ करने की जरूरत क्यों पड़ गई? दरअसल ये डर रहे है कि कहीं इनके ऊपर सही में प्रतिबंध न लग जाए.
छत्तीसगढ़ में बजरंग दल को बैन करने पर मुख्यमंत्री का बयान
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बजरंग दल को गुड़ागर्दी का संगठन बताया है. उन्होंने कहा है यहां भी बजरंगियों ने गड़बड़ की तो हमने ठीक कर दिया. जरूरत पड़ेगी तो यहां भी सोचेंगे. उन्होंने आगे कहा है कि छत्तीसगढ़ में कम गुंडागर्दी कर रहे हैं हम सब देख रहे हैं. बजरंग दल का सदस्य होने के नाते आपको ये अधिकार नहीं मिल जाता की आप कानून को हाथ में लें. यदि अपराध हुआ तो अपराधी को सजा देने की प्रक्रिया है संविधान में पुलिस है न्याय व्यवस्था है लेकिन सीधा एक्शन.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: रेलवे लाया सबसे सस्ता टूर पैकेज, मात्र इतने रुपए में करें रामेश्वरम, मदुरई, तिरुपति और श्रीसैलम की सैर