Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में छुपे कला और हुनर को एक मंच देने के लिए छत्तीसगढ़ के बालोद (Balod) जिला में बहुत जल्द कला केंद्र खोलने जा रही है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. आशंका जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) अगले कुछ दिनों में ही बालोद दौरे पर इस कला केंद्र का उद्घाटन कर सकते हैं.


ग्रामीण क्षेत्रों के कलाकारों को मिलेगा मंच
बालोद जिले में छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन एक नई पहल करते हुए बालोद शहर में एक कला केंद्र की स्थापना कर रही है. इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा होने की ओर है. इस कला केंद्र को ग्रामीण क्षेत्रों में छुपे कलाकार और हुनरमंदों के सपनों को साकार करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है. बालोद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुराने लोक निर्माण विभाग के भवन को जीर्णोद्धार कर कला केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बालोद जिला जो कि खैरागढ़ से बेहद करीब है और यहां पर कई कलाएं जिला मुख्यालय में ही मौजूद हैं. इन्हें एक पर्याप्त मंच और प्रशिक्षण नहीं मिल पाता इसके लिए इस कला केंद्र की स्थापना की जा रही है.


जल्द सीएम कर सकते हैं उद्घाटन
आशंका जताई जा रही है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आगामी सप्ताह में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत बालोद जिले के दौरे पर रहेंगे. जिले के तीनों विधानसभा में प्रतिदिन समय देंगे. बालोद दौरे के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस कला केंद्र का उद्घाटन कर सकते हैं. इस कला केंद्र के माध्यम से बालोद जिले के बच्चों को छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति, संगीत विधा, नृत्य विधा सहित देश की संगीत विधान नेत्र विद्या सहित अन्य विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा. बालोद जिले के कई ऐसे कलाकार हैं. इनको उचित मंच नहीं मिल पाता और वह बाहर जाकर प्रशिक्षण लेने में असमर्थ रहते हैं. इन्हीं बच्चों को देखते हुए इस कला केंद्र की नींव रखी गई है.


कला के साथ रोजगार के भी मिलेंगे अवसर
कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कला केन्द्र माध्यम से युवाओं की प्रतिबा को मंच दिया जाएगा. इसमें योगा, जुंबा पेंटिंग, मिक्सिंग, कुकिंग, रिकॉर्डिंग स्टूडियो, क्राफ्ट मेकिंग संगीत, नृत्य कई सारी ऐसे कलाएं हैं. इनका यहां पर प्रशिक्षण दिया जाएगा. यहां स्थानीय प्रशिक्षणार्थी ही बच्चों को प्रशिक्षण देंगे. कलेक्टर ने कहा कि जिन बच्चों में कलाएं प्रतिभाएं होती है और वे उन्हें कला एवं प्रतिभा को अपने रोजगार के रूप में भविष्य में अपनाना चाहते हैं. यह उनके लिए सबसे सुखद अनुभूति होती है. इस कला केंद्र के माध्यम से बच्चे अपने कला को एक सही दिशा दे पाएंगे . उन्हें भविष्य में रोजगार के रूप में अपना भी सकते हैं. इसलिए इससे रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे.


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