Balod News: छत्तीसगढ़ के बालोद में मंदिर में बलि चढ़ाने को लेकर दो पक्षों में जमकर पत्थरबाजी, कई लोग घायल
Chhattisgarh: पाटेश्वर धाम मंदिर से जुड़े पहाड़ी वाले मंदिर में तुएगोंदी गांव के आदिवासी ग्रामीण पूजा पाठ करने पहुंचे थे और अपनी परंपरा के अनुसार उन्होंने बकरे व मुर्गे की बलि चढ़ाई थी.
Balod: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के मंचुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत पाटेश्वर धाम से जुड़े मंदिर में बकरे और मुर्गे की बलि चढ़ाने को लेकर हंगामा हो गया. स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों ने अपनी परंपरागत पूजा-पाठ के दौरान मंदिर में बलि चढ़ाने का आयोजन किया था, लेकिन जब दोपहर बाद हिंदू धर्म के समर्थकों को इस बात की भनक लगी तो उन लोगों ने गांव में पहुंचकर बवाल कर दिया. बताया जाता है कि दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले और पत्थरबाजी भी हुई. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देर रात गांव में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया.
बलि चढ़ाने को लेकर हुआ हंगामा
पूरा मामला बालोद जिले के मंचुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तुएगोंदी का बताया जा रहा है. मंदिर में बली को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई और लाठी डंडे भी चले. इस दौरान करीब आधा दर्जन लोग घायल भी हुए है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया. रविवार देर रात तक यहां का माहौल तनावपूर्ण बना रहा और पुलिस की टीमें यहां मौजूद रहीं.
दो पक्षों में हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार पाटेश्वर धाम मंदिर से जुड़े पहाड़ी वाले मंदिर में तुएगोंदी गांव के आदिवासी ग्रामीण पूजा पाठ करने पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि यहां पर आदिवासियों के देवता का भी वास है. इसलिए उन लोगों ने अपनी परंपरा के अनुसार बकरा व मुर्गे की बलि चढ़ाई थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद पाटेश्वर धाम से जुड़े हिंदुवादी संगठन के लोगों ने गांव पहुंचकर जमकर हंगामा किया. फिलहाल गांव में पुलिस बल की तैनाती होने के कारण माहौल काबू में है.
अभी माहौल शांत, विवेचना जारी
बालोद एसपी गोवर्धन राम ठाकुर ने बताया कि बली चढ़ाने को लेकर गांव में तनाव फैल गया था. इस घटना के बाद हिंदु संगठन के लोगों व गांव वालों के बीच जमकर विवाद हुआ. इस हादसे में ग्रामीणों को चोटें आई थीं जो अब ठीक हैं. फिलहाल माहौल शांत है और घटना की विवेचना की जा रही है.
हफ्तेभर पहले कांकेर में हुई थी इसी तरह की घटना
दरअसल, कांकेर जिले में भी एक हफ्ते पहले इसी तरह का बवाल हुआ था. यहां की ग्राम पंचायत माकड़ी स्थित सिंगराय में देवी मंदिर में गांव के बंशीलाल यादव नामक व्यक्ति ने बकरे की बलि दी थी. जब गांव वालों को इसका पता चला तो वे भड़क गए. ग्रामीणों का कहना था इससे मंदिर का जल कुंड भी अशुद्ध हो गया है. इसके बाद बंशीलाल पर कार्रवाई की मांग को लेकर सरपंच सांवतराम नेताम के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने थाने का घेराव भी किया था.
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