Balod: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डोंडी थाना क्षेत्र के जंगल में छात्रा की पेड़ पर फांसी के फंदे से लटकी हुई लाश बरामद हुई है. वह नौवीं कक्षा की छात्रा थी. छात्रा पिछले 23 दिनों से लापता थी. परिजनों ने छह फरवरी को डोंडी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करायी थी. हालांकि, छात्रा 31 जनवरी से ही लापता बतायी जा रही है. इसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं. आखिर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद 17 दिनों तक पुलिस करती क्या रही. 


17 दिनों तक क्या करती रही पुलिस
दरअसल बालोद जिले के डोंडी थाना क्षेत्र के ग्राम साल्हे की एक छात्रा का शव फंदे पर लटकता हुआ मिला है. बताया जा रहा है कि नाबालिग छात्रा 31 जनवरी को स्कूल जाने निकली थी, तब से वह लापता थी. उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने छह फरवरी को डोंडी थाने में दर्ज कराई थी. लेकिन, पुलिस 17 दिन बाद भी छात्रा को नहीं ढूंढ पाई. अब उस छात्रा की लाश जंगल में सड़ी गली हालत में फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है. 


स्कूल जाने के लिए निकली थी तब से हो गई थी लापता
डोंडी थाने के प्रभारी केसी मरई ने बताया कि साल्हे के समीप ही युवती की लाश मिली है. गुमशुदगी रिपोर्ट परिजनों ने दर्ज कराई थी. चूंकि साल्हे गांव जंगली क्षेत्र है, इसलिए लाश की ओर किसी का ध्यान नहीं गया. कुछ स्थानीय लोग उस रास्ते से गुजरे तो उनकी नजर पड़ी, तब जाकर मामले का पता चल पाया है. थाना प्रभारी ने बताया कि जांच में पूरा मामला सामने आ जाएगा. मामले की जांच चल रही है. छात्रा के परिजनों से भी पूछताछ की जाएगी. स्कूल के लोगों से भी पूछताछ की जाएगी. छात्रा पर पढ़ाई का कोई दबाव था या फिर परिवारिक. कोई और बात भी हो सकती है.


हत्या या आत्महत्या, जांच के बाद होगा स्पष्ट
छात्रा की लाश काफी दिन का होने के कारण सड़ने की अवस्था में है. फेरेंसिक टीम भी जांच के लिए पहुंची हुई है. फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि छात्रा ने खुद से फांसी लगाकर आत्महत्या की या फिर किसी ने मारकर उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया. फिलहाल पुलिस भी इस मामले में जांच कर रही है कि आखिर जब छात्रा स्कूल जाने के लिए निकली थी तो वह स्कूल क्यों नहीं पहुंची. इतने दिनों तक वह कहां थी. 


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