Balod News: बालोद में सर्व आदिवासी समाज का जेल भरो आंदोलन, बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग
कुछ दिन पहले शुरू हुआ तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब आदिवासी समाज बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है.
Balod News: बालोद जिले में आज सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने 3 मुद्दों पर जेल भरो आंदोलन किया. आंदोलन को देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी. सुरक्षा व्यवस्था की कमान पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने संभाल रखी थी. कानून व्यवस्था के मद्देनजर शहर में सीधे प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया था. सर्व आदिवासी समाज ने आराध्य बुढादेव मंदिर परिसर से निकलकर पूरे शहर का भ्रमण किया और बाबा बालक दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बाबा बालक दास पर गांजा तस्कर जैसे संगीन आरोप भी लगाए गए. सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम में समाज के लोगों ने सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी.
तीन मांगों के समर्थन में आदिवासियों का जेल भरो आंदोलन
पूर्व केंद्रीय अरविंद नेताम ने बताया कि जेल भरो आंदोलन के पीछे 3 उद्देश्य हैं. प्रमुख रूप से जामड़ी पाटेश्वर धाम के प्रमुख बाबा बालक दास की गिरफ्तारी, सिलगेर गोली कांड और हसदेव अभयारण्य में पेड़ों की कटाई जैसे मुद्दे हैं. सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक सोहन पोटाई बाबा बालक दास पर जमकर बरसे. उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि बाबा बालक दास ही मुख्य षड्यंत्रकारी और मुख्य आरोपी हैं. बड़े बाबा की मौत के बाद उन्होंने ही आदिवासी समाज को शुद्धिकरण के नाम पर लगभग 65 हजार रुपये दिए. जब समाज ने रीति-नीति निभाई तो उन्होंने अपने लोगों को तलवार डंडों से लैस होकर भेजा और दंगा कराया. उस घटना के बाद से बालोद जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
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बाबा बालक दास को बताया मुख्य षड्यंत्रकारी और आरोपी
कुछ दिन पहले शुरू हुआ तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब आदिवासी समाज बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. सर्व आदिवासी समाज के जेल भरो आंदोलन में अन्य जिलों से पुलिस बुलाकर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी. बैरिकेड्स के साथ तार और 12 फीट के टिन शेड भी लगाए गए थे. जिला मुख्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया था. जेल भरो आंदोलन के लिए सरदार पटेल मैदान में अस्थाई जेल बनाया गया था. सर्व आदिवासी समाज ने शहर में रैली निकाली और सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान पहुंचकर सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी. पुलिस विभाग की टीम भी चप्पे-चप्पे पर मॉनिटरिंग करती रही. दुर्ग रेंज के आईजी खुद जिला मुख्यालय में मौजूद रहे. आंदोलन में शामिल हजारों लोगों ने गिरफ्तारी दी.
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