छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं. बालोद जिले के 2 गांव में पिछले दो दिनों में आवारा कुत्तों ने 16 लोगों को अपना शिकार बनाया है. आवारा कुत्तों ने चार साल मासूम बच्चे को भी अपना शिकार बनाया है. लगातार स्थानीय अस्पताल में कुत्ते काटने के मरीज बढ़ रहे हैं. स्थानीय विधायक कुंवर सिंह निषाद उन इलाकों का दौरा किए हैं जहां पर कुत्तों का आतंक बढ़ा है. साथ ही गांव में मुनादी भी कराई जा रही है.


2 दिनों में बनाया 16 लोगों को अपना शिकार


बालोद जिले के अर्जुंदा क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. कुत्तों के आतंक के चलते आप लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गए हैं तो वहीं सड़क पर चलते समय लोगों को आवारा कुत्तों के काटने का भय बना रहता है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो 2 दिनों में जिले के अर्जुंदा सहित आसपास के 2 गांव के 16 लोगों को आवारा कुत्ते ने अपना शिकार बनाया है तो वहीं दो अन्य लोग भी कुत्ते के काटने का शिकार हुए हैं लेकिन वह अभी तक अस्पताल नहीं पहुंचे हैं. 


गांव में कराई जा रही है मुनादी


नगर पंचायत अर्जुंदा की ओर से लगातार दोनों गांव में मुनादी कराकर लोगों को आवारा कुत्तों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है. आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अब तक निगम प्रशासन ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए हैं. लगातार ये आवारा कुत्ते खुलेआम घूम रहे हैं. जिसकी वजह से लोग घरों से निकलने से डर रहे हैं. हालांकि इस घटना की जानकारी विधायक कुंवर सिंह निषाद को मिली तो वह पीड़ितों से मिलने पहुंच गए. साथ ही उस गांव में भी गए जहां पर आवारा कुत्तों का आतंक है.


विधायक ने दिए यह निर्देश


विधायक कुंवर सिंह निषाद ने नगरी प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे इन आवारा कुत्तों को जल्द से जल्द पकड़े. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी यह निर्देश दिए हैं कि उन गांव में जाकर लोगों का इलाज करें जहां पर आवारा कुत्तों का आतंक ज्यादा है. इसके साथ ही उन गांव में लोगों को सतर्क रहने के लिए मुनादी कराई जा रही है. मुनादी के जरिये लोगों को यह बताया जा रहा है कि गांव में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है लोग सावधान रहें और सतर्क रहे.


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